उत्तरकाशी के गजना क्षेत्र में भालू के लगातार हमलों से ग्रामीण खौफ में है, गौसला के दरवाजे तोड़कर गायों को मार कर खाने वाला भालू इंसानों पर भी हमला कर सकता है, इसी डर के चलते लोग साम होते ही अपने घरों में कैद हो जाते है। 5 पालतू जानवरों पर काले भालू के हमले के बाद दहशत में आए ग्रामीणों को राहत देने के लिए जिला पंचायत सदस्य प्रदीप भट्ट प्रभागीय वनाधिकारी के साथ मौके पार पहुंचे। डीएफओ संदीप कुमार ने खुद पूरे इलाके का सर्वे किया।
गिरीश गैरोला
डीएफओ ने अपनी एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में बताया कि भालू ब्याई हुई गायों के को ही ज्यादातर अपना शिकार बना रहा है। जिसके लिए उन्होंने हथियारों के साथ 16 वन कर्मी इलाके में तैनात कर दिए हैं जो इलाके में लगातार गश्त करेंगे , इसके साथ ही संवेदनशील स्थानों पर सोलर पैनल भी स्थापित किए गए हैं ये पैनल जानवर के पास से गुजरने पर सायरन बजाते हैं जिससे जानवर भाग जाते हैं ।डीएफओ ने बताया कि अभी तक किसी भी ग्रामीण ने भी आमने सामने हमलवार भालू को नहीं देखा है लिहाजा इलाके में विभाग द्वारा ट्रैपिंग कैमरे लगाए जा रहे है ताकि हमला करने वाले जानवर की पहचान हो सके।
जिला पंचायत सदस्य संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप भट्ट ने डीएफओ उत्तरकाशी से ग्रामीणों को मुआवजा की राशि तत्काल भुगतान करने की मांग की है।