अपने घरों को साफ सुथरा बनाने के लिए उसमें टाइल पत्थर लगाने में कोई बुराई नही है , बस अपने घर मे तोड़फोड़ का मलवा बाहर सड़क।पर रख देने से नाराजी है। खासकर जब जिम्मेदार पढेलिखे लोग बड़ा नाम से जुड़े लोग भी ऐसा ही करे तो इस कहावत पर अनायास ही ध्यान चला जाता है कि स्वच्छता अभियान में अकेला मोदी क्या तो करेगा।
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से लगे गंगोत्री राजमार्ग पर दरगाह के पास कई कॉटेज भी है जहाँ देशी विदेशी यात्री ठहरते है। आसपास किसी सज्जन ने अपने प्रतिष्ठान का नया निर्माण कराया और टूट फुट में निकल पुराना मलवा कबाड़ रास्ट्रीय राजमार्ग के किनारे सजा दिया।
इधर राजमार्ग से लगी नाली को भी मानसून को देखते हुए संबंधित विभाग ने साफ तो करवाया किन्तु नाली का कबाड़ा मिट्टी आदि उठाने की बजाय फिर से सड़क के किनारे रख दी है। जो वर्षा के साथ फिर से नालियों में ही घुस जाएगी।उक्त स्थल के आसपास कोई आबादी नही है कुछ बड़े नाम चीन प्रतिष्ठान जरूर है। आम लोगो में जागरूकता की कमी एल बार मानी जा सकती है किंतु बड़े नाम से ऐसी उम्मीद कतई नही है।