चार धाम यात्रा मे इस बार बारी तादाद मे पर्यटको के आने कि उम्मीद से होटल कारोबारियों के उत्साह पर लोक निर्माण विभाग पलीता लगाने मे जुटा है । जिले मे ज़्यादातर निर्माण अधूरे पड़े है, तिलोथ पुल पर लंबे समय से आवाजही बंद है, वही कलेक्ट्रेट के पास मुख्य सड़क पर गड्ढा खोद कर विभाग गहरी नींद मे सो गया है ।
कोरोना काल मे दो यात्रा सीजन बर्बाद होने के बाद इस वर्ष उत्तराखंड की चार धाम यात्रा मे उम्मीद से अधिक भीड़ जुटने की उम्मीद जताई जा रही है । चार धाम यात्रा मार्ग पर होटेल्स की एडवांस बूकिंग से जहां होटल कारोबारी उत्साहित है, वही सूबे के युवा मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा मे भीड़ प्रबंधन के लिए सभी जिलो से अपना प्लान मांगा है जिसमे यात्री सुविधाओ के लिए पार्किंग, होटल, होम स्टे के साथ सड़क बाधित होने पर वैकल्पिक व्यवस्था के लिए खास निर्देश दिये है । धरातल पर चार धाम यात्रा की तैयारिया कैसे हो रही है चलिये आपको दिखाते है –
गंगोत्री और यमनोत्री दो धाम वाले उत्तरकाशी जिला मुख्यालय मे होटल कारोबारी उत्तराखंड सरकार की तैयारियो से तो संतुष्ट नजर आते है वही उत्तरकाशी जिला मुख्यालय पर विभागीय लापरवाही से खासे नाराज नजर आ रहे है ।
ये उत्तरकाशी कलेक्ट्रेट के पिछले गेट के पास का मुख्य चौराहा है जहां से गढ़वाल मण्डल विकास निगम के गेस्ट हाउस की एंट्री होती है इतना ही नहीं न्यायिक विभाग सहित जिले के सभी आला अधिकारी इसी चौक से आना – जाना करते है। इस स्थान पर आपदा प्रबंधन विभाग से जिस काम के लिए नवंबर 2021 मे धन आबंटन हो गया था उस पर यात्रा सुरू होने से एक सप्ताह पहले मेन सड़क पर गड्डा खोदकर यू ही छोड़ दिया है । इतना ही नहीं इसी स्थान से थोड़ी दूर पर तिलोथ पुल पर पिछले पाँच सालो से कछुआ गति से निर्माण कार्य चल रहा है । यहा भी आवाजही को बंद करते हुए गहरा गड्डा खोदकर ठेकेदार और लोक निर्माण विभाग ने हाथ खड़े कर दिये है । बड़ा सवाल ये है कि क्या यही है चार धाम यात्रा कि धरातल पर तैयारी ?