हरिद्वार। कार्तिक पूर्णिमा पर तड़के से उत्तराखंड के सभी गंगाघाटों के साथ ही अन्य नदियों के तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इसके मद्देनजर हरिद्वार में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। तड़के हर की पैड़ी पर श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के साथ ही पूजा-अर्चना की और दान कर पुण्य कमाया। सर्दी बढ़ने के बाद भी राज्य के बाहर से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे हैं।
सोमवार से ही लोग हरिद्वार पहुंचने लगे थे। आज ब्रह्म मुहूर्त से स्नान शुरू हुआ और सुबह होते-होते गंगा घाट श्रद्धालुओं से पट गए। इस मौके पर हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए भारी भीङ उमडी रही है । बङी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार में हर की पौङी में स्नान किया । हरिद्वार में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीङ लगी रही । तकरीबन आधी रात के बाद से ही यहाँ पर स्नान करने के लिए लोगो की भीङ जुटनी शुरू हो गई थी ।
बड़ी संख्या में लोगो ने हरकी पौङी पर ब्रह्मकुंङ में माँ गंगा में अपने आस्था की डुबकी लगा पुण्य लाभ प्राप्तकिया। श्रद्धालु मानते है कि गंगा में लगाई उनकी एक ङुबकी उनका बेङा पार कर सकती है और उनको मोक्ष दिला सकती है। हरकी पैड़ी सहित बिरला घाट, सर्वानंद घाट, प्रेमनगर आश्रम घाट, लवकुश घाट और विश्वकर्मा घाट सहित अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं के स्नान का सिलसिला शुरू हो गया।
मेले को देखते हुए सम्पूर्ण मेला क्षेेत्र को 9 जोन तथा 32 सैक्टरों में विभाजित किया गया है, सिक्ख समुदाय द्वारा आयोजित कार्यक्रम हेतु एक पृथक जोन बनाया गया। प्रत्येक जोन में पुलिस व्यवस्था के प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक, निरीक्षक स्तर के अधिकारी तथा प्रत्येक सैक्टर के प्रभारी निरीक्षक, थानाध्यक्ष, वरिष्ठ उ0नि0ध्उ0नि0 स्तर के अधिकारी नियुक्त किये गये थे।
क्षेत्राधिकारी नगर एवं प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में पुलिस व्यवस्था बनाये रखने के उत्तरदायी थे। इतना ही नहीं श्रद्धालुओ की भीड़ को देखते हुए खुद एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अबूदई कृष्ण राज एस खुद तड़के ही हरकी पौड़ी क्षेत्र का भ्रमण कर श्रद्धालुओ की सुक्षा व्यवस्था का जायजा लिया तथा हर की पैड़ी क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए स्वयं व्यवस्थित करते हुए उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया । खबर लिखे जाने तक लगभग 15 लाख 5 हजार श्रद्धालुओ ने गंगा में श्रद्धा की डुबकी लगा चुके थे और गंगा स्नान जारी था।
