रुद्रपुर। गंगापुर रोड स्थित ओम र्साइं लॉजिस्टिक इंडस्ट्री में अज्ञात कारणों के चलते आग लग गई। इससे उसमें रखा करोड़ों का आटो पाटर्स जलकर खाक हो गया। सूचना पर पहुंचे दमकल के चार वाहनों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फिलहाल आग से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक पुणे की एक कंपनी का गंगापुर रोड पर ओम सांई लॉजिस्टक इंडस्ट्री नाम से गोदाम है। गोदाम से पाटर्स सिडकुल की आटो कंपनियों को सप्लाई किया जाता है। दीवाली पर्व के चलते तीन नवंबर से गोदाम बंद था। रविवार को भी गोदाम बंद था। शाम साढ़े छह बजे के आसपास गोदाम से धुंआ उठता देख मौके पर लोगों का जमावड़ा लग गया। जब तक लोग पुलिस के 112 कंट्रोल रूम में सूचना देते आग भड़क उठी।
सूचना पर सीओ सिटी अमित कुमार, प्रभारी थानाध्यक्ष धीरेंद्र कुमार, एफएसओ रामधारी यादव, एसआई मनोज कुमार, एसआई कौशल भाकुनी पुलिस और दमकल कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान दमकल के चार वाहनों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। गोदाम के मैनेजर नितिन श्रीवास्तव ने बताया कि गोदाम में करीब 35 से 40 करोड़ का आटो पाटर्स थे, जो लकर राख हो गए हैं। बताया कि आंकलन करने के बाद ही आग से हुए नुकसान का पता चलेगा। एफएसओ रामधारी यादव ने बताया कि प्रथम दृष्टया आग शॉट सर्किट से लगने की संभावना है। जांच के बाद ही आग लगने के कारणों का पता चलेगा। आग पर काबू पाने के बाद एफएसओ रामधारी यादव ने गोदाम मैनेजर नितिन श्रीवास्तव से पूछताछ की। इस दौरान एफएसओ रामधारी यादव ने बताया कि पूछताछ में मैनेजर ने बताया कि आग से बचाव के लिए गोदाम में किसी भी प्रकार के उपकरण नहीं लगाए गए थे। साथ ही फायद विभाग से एनओसी भी नहीं ली है। बताया कि नोटिस भेजा जाएगा, इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
गोदाम में आग की सूचना के बाद पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंच गए। इस दौरान ऊर्जा निगम को भी गोदाम में जाने वाले बिजली की आपूर्ति बंद करने को कहा गया। जिसके बाद ऊर्जा निगम के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और ट्रांसफार्मर से बिजली की आपूर्ति बंद की। इसके बाद राहत बचाव कार्य शुरू किया गया। ओम सांई लॉजिस्टक इंडस्ट्री के गोदाम में आग लगने की सूचना पर पहुंचे दमकल और पुलिस कर्मियों ने आग बुझाने का काम शुरू कर दिया। इस दौरान गोदाम के भीतर पड़ा हुआ लाखों का सामान पुलिस और दमकल कर्मियों की बड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाला। इसके अलावा एकत्र लोगों ने भी गोदाम में पड़े हुए माल को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए पुलिस की मदद की। ओम सांई लॉजिस्टक इंडस्ट्री के पास ही अलग अलग कंपनियों के दो और गोदाम थे। आग लगने के बाद समय पर दमकल कर्मी नहीं पहुंचते तो आग की तेज लपटें आसपास के गोदाम को भी चपेट में ले सकते थे। आग की सूचना पर दोनों गोदाम के स्वामी और कर्मचारी पहुंचे और उसमें रखा सामान सुरक्षित बाहर निकालने लगे, लेकिन तब तक आग पर काबू पाया जा चुका था।