देहरादून । उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने केदारनाथ विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की चुनावी तैयारियों पर वक्तव्य जारी करते हुए कहा कि केदारनाथ में हम सघन अभियान चलाने जा रहे हैं हमारी सभी कमेटियां व प्रभारी वहां पर बेहतरीन काम कर रहे हैं और इससे भाजपा में बौखलाहट का माहौल दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि गैरसैंण में भाजपा की एक बैठक होने जा रही है जिसमें केदारनाथ चुनाव को प्रभावित करने की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र लगे हुए क्षेत्र में मीटिंग करना इस बात को चिन्हित करता है कि कुछ ना कुछ गड़बड़ चल रही है। इस मीटिंग में खास कुछ अधिकारियों को वहां बुलाया गया था निश्चित ही केदारनाथ चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।
करन माहरा ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री जी से मीडिया के माध्यम से एक बात पूछना चाहता हूं कि उत्तराखंड के गांव में अधिकांश भूमि बंजर पड़ी है क्योंकि गांव में सिंचाई की व्यवस्था नहीं है सरकार ने ऐसी कोई पॉलिसी नहीं बनाई है जैसे किसानों को राहत मिल सके, ऐसे में लोग गांव छोड़कर अन्य स्थानों में रोजगार की कोशिश कर रहे हैं तो क्या ऐसे में सबकी जमीनों को अधिग्रहण करेगी सरकार? उन्होंने कहा कि बीजेपी जो कहती है उसका उल्टा करती है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नतीजा आपने देख लिया है महिला अपराधों में उत्तराखंड पहले स्थान पर है। फौज को मजबूत करने की बात कही गई थी परन्तु इसके विपरीत अग्नि वीर योजना लाकर हमारे गढ़वाल रेजीमेंट और कुमाऊं रेजीमेंट को कमजोर कर दिया गया है। इसी तरह उपनल कर्मचारियों को आश्वासन दिया गया था कि 25 तारीख को हम निर्णय लेंगे लेकिन पीठ पीछे एकदम से पुनर्विचार याचिका डाली गई। बीजेपी कर्मचारियों की विरोधी पार्टी है चाहे पुरानी पेंशन को खत्म करना हो, अटल बिहारी वाजपेई जी की सरकार में हुआ, चाहे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नौकरी खत्म करने का निर्णय लिया गया वह भी अटल बिहारी वाजपेई जी की सरकार में 2004 के आसपास लिया गया जिससे गरीबों की नौकरियां खत्म हुई।
श्री करन माहरा ने कहा कि कभी-कभी बीजेपी के शासन में अंग्रेजों की याद आ जाती है अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है। आप मांग नहीं कर सकते, आप प्रोटेस्ट नहीं कर सकते, आंदोलन करने वालों को देहरादून में ऐसी जगह डाला जाता है जहां कोई देखने ना जा सके। निकाय चुनाव हो या छात्र संघ चुनाव हो पंचायत चुनाव चाहे फिर कॉपरेटिव चुनाव वह पीछे कर दिए गए। उन्होंने कहा कि जो सरकार एक राष्ट्र एक चुनाव की बात करती है वह छात्र संघ चुनाव नहीं कर पा रही है सरकार समय से चुनाव नहीं कर पा रही है इसे समझा जा सकता है कि भाजपा केवल और केवल कैसे सत्ता हासिल की जाए इस पर टिकी रहती है। एक अन्य बयान में करन माहरा ने कहा कि केदारनाथ मंदिर को लेकर जो दिल्ली के बूराडी में हो रहा था हमने उस चीज का विरोध किया। बुराडी में जो मंदिर बनाया जा रहा था उसे धाम का नाम दिया गया था, कांग्रेस पार्टी ने उसका विरोध किया। जो क्यूआरकोड जारी किया गया था हमने उस ठगी का विरोध किया, केदारनाथ भगवान हमारे लिए आस्था धाम के साथ-साथ हमारी संस्कृति है। हमारे पेट का सवाल भी है चार धाम यात्रा से गढ़वाल क्षेत्र के अनेक परिवारों का पेट भरता है, उत्तराखंड का नाम होता है।