देहरादून। ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने बदरीनाथ के कपाट खुलने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा अगर बदरीनाथ धाम के कपाट समय से नहीं खुले तो कोई बड़ा अमंगल हो सकता है। उन्होंने कहा अगर कपाट खुलने की तारीखों में बदलाव हुआ तो इससे आने वाले दिनों में भक्तों की आस्था पर भी फर्क पड़ेगा।
सख्त लहजे में बोलते हुए उन्होंने कहा जब रावल की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है तो कपाट खोलने में क्यों देरी की जा रही है। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने कहा धार्मिक आस्थाओं के साथ कोई खिलवाड़ न करें तो यह सभी के लिए बेहतर होगा। बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीखों में बदलाव को लेकर लगातार विवाद खड़ा होता जा रहा है। अब इस विवाद में खुद ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद भी आ गए हैं। स्वामी स्वरूपानंद ने कहा है कि सरकार ने या फिर टिहरी राजपरिवार ने जिस तरह से बदरीनाथ के कपाट खोलने की तारीख में बदलाव किया है वह देश के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि सरकार को इस तरह की स्थिति के लिए पहले से ही व्यवस्था कर लेनी चाहिए थी। उन्होंने कहा सरकार को समय रहते ही रावल को उत्तराखंड बुला लेना चाहिए था। अगर ऐसा सरकार करती तो तारीख बदलने की जरूरत नहीं पड़ती। शंकराचार्य ने सरकार से अपील की है कि समय पर ही भगवान बदरीनाथ और केदारनाथ के कपाट खुलें।