खटीमा की जनता से बदले की भावना से काम कर रहे सीएमः भुवन कापड़ी

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देहरादून। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय देहरादून में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए विधायक खटीमा एवं उप नेता सदन भुवन कापड़ी नेे कहा की मुख्यमंत्री खटीमा की जनता से बदले की भावना से काम कर रहे हैं वे अपनी हार का ठीकरा जनता पर थोपने के साथ साथ वहां के आम जनमानस के साथ बदला लेने जैसे कृत्यों को कर रहे हैं जबकी कोरोना काल में खटीमा में अस्पतालों की दुर्दशा थी लगातार 10 वर्ष से जनप्रतिनिधि के रूप में काम करनें के विपरित मुख्यमंत्री कोरोनाकाल में अनुपस्थित थे तथा कांग्रेस सरकार के समय खटीमा में स्टेडियम की घोशणा का श्रेय लेने के चक्कर में चुनाव से एक सप्ताह पहले चार ईंटे रखकर स्टेडियम के काम का चुनावी श्रेय लेकर इतिश्री कर दिया गया है जबकि वर्तमान समय में स्टेडियम का कोई अता पता नहीं है।
भाजपा के लोगों द्वारा खटीमा में ढांेग करते हुए मुख्यमंत्री की हार पर जलसमाधी लेने का कृत किया जा रहा है जो कि सिर्फ भाजपा के नेताओं एवं पदाधिकारियों द्वारा किया जा रहा है जिससे खटीमा की जनता का कोई सरोकार नहीं है ये जलसमाधि मात्र चंपावत उप चुनाव के डर से मुख्यमंत्री द्वारा प्रायोजित रूप से एक इवेंट की तरह करायी जा रही है जो कि दुर्भाग्यपुर्ण है। उन्हांेने कहा कि विधानसभा खटिमा मंे कार्रवाही के नाम पर पुलिस द्वारा एवं अन्य विभागों द्वारा मुख्यमंत्री के इशारे पर गरीब ई-रिक्षा चालाकों (टुक-टुक) को सताया जा रहा है पुलिस द्वारा मनमाफिक तरिके से उनके चालान किये जा रहे हैं प्रतिदिन कमा कर खानें वाले लोग फड़, ठेली वालों को नाजायज तरिकेे से परेशान किया जा रहा है। सरकारी राशन की दुकानों पर दुर्भावना के तहत मुख्यमंत्री के इशारे पर कार्रवाही की जा रही है जो की बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, और मुख्यमंत्री के चंपावत में हार के डर को दर्शाता है।
खटीमा में स्थित फाईबर कंपनी जिसका स्वामित्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी के मित्र रस्तोगी के द्वारा किया जा रहा है उनके द्वारा मुख्यमंत्री के आवास को जाने वाली सड़क को जोकि आमजनमानस के उपयोगी की भी सड़क है उस पर बड़े बड़े बिजली के खंभे लगाकर सरकारी सड़क को घेरनेका काम किया जा रहा है जिस पर बार बार शिकायत पर भी अधिकारी मौन है जिसका कारण मुख्यमुत्री की फाईबर कंपनी के स्वामी से मित्रता है। उक्त फाईबर कंपनी से निकलनें वाला गंदा पानी मन मानें ढंग से किसानों के खेतों में छोड़नें का काम किया जाता है जिससे गरीब किसानों की फसल बर्बाद हो रही है, और प्रषासन सब कुछ जान कर भी अंजान है। उक्त फाईबर कंपनी से निकलनें वाला धुंआ पूरे खटीमा के वातावरण में जहर घोलनें का काम कर रहा है एवं फाईबर कंपनी से लगे हुए क्षेत्रों में लोगों का रहना व सांस लेना दुष्वार हो गया है धुंए का मुख्य कारण आज तक फाईबर कंपनी द्वारा अपनी चिमनियों पर फिल्टर नहीं लगाया गया है और ना ही कभी संचालन में पर्यावरण संबधी नियमों का पालन किया जाता है।
कोरोना वारियर्स एएनएम जीएनएम एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों पर पुष्प की वर्षा की जा रही थी जैसे ही कोरोना वृद्धी दर घटी सरकार द्वारा अपनी जान की परवाह किये बगैर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को हटाने का काम किया गया, एवं उन पर राज्य सरकार द्वारा लाठी बरसानें का काम किया गया। राज्य सरकार परिक्षाओं का आयोजन करा रही है लगभग सभी परिक्षाओं में धांधली का आरोप लग रहा है परिक्षा देनें वाले नवयुवक कोर्ट की शरण ले रहे हैं, परंतु युवा मुख्यमंत्री चीर निंन्द्रा में लीन हैं जो की बेहद दुर्भागयपुर्ण है। प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री कहते हैं की उत्तराखण्ड में उद्योग लगानें के लिए योग्य व्यक्ति नहीं है इसलिए बाहर से लेागों को लाकर उद्योग लगाए जा रहे हैं जबकि प्रदेश में बेरोजगार युवाओं की संख्या लाखों में है जबकि प्रदेश में कांग्रेस शासन काल में स्थानिय व्यक्यिों के लिए 70 प्रतिशत आरक्षण लागू है जिसके लिए मुख्यमंत्री भी निरंतर धरना प्रदर्शन करते थे। क्यों नहीं 70 प्रतिशत स्थानिय व्यक्तियों के नियम को लागू कराया जा रहा है। क्यों नहीं प्रदेश में आशा आंगनबाड़ी भोजन माताओं का जीओ जारी नहीं किया गया है। सहकारी बैंक भर्ती घोटाले में मंत्री नेता अधिकारियों द्वारा अपनें अयोग्य चहेतों को रोजगार देने का काम किया गया जबकी पूरे प्रदेष में युवा बेरोजगारी से बेहाल है भाजपा के शासन में बेरोजगारी दर 22 वर्षाें में सर्वाधिक है जिसका मुख्य कारण भाजपा की कमजोर रोजगार निति है, हरिद्वार कुंभ में कोरोना टेस्टिंग घोटाला जिससे की पूरे भारत वर्श में उत्तराखण्ड की छवि धूमिल हुयी थी उस पर भाजपा द्वारा कोई ठोस कार्रवाही न किया जाना इंगित करता है की भाजपा के लोग इस घोटाले में स्वयं लिप्त है। निरंतर गैस पेट्रोल डीजल खद्य सामग्री की दरो में बेतहाषा वृद्धी किये जानें से आम आदमी की कमर तोड़नें का काम कर रही है। उन्होंने कहा देवस्थानम बोर्ड के गठन की भनक लगते ही बद्री केदार समिति का खजाना रातों रात भाजपा के लोगों की मिलिभगत से 8 सदस्यों को 10-10 लाख देकर खजाना खाली कर दिया गया।

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