देहरादून। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंगके माध्यम से देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी परिसर में 44.21 करोड़ की लागत से बनने वाले दो अंडर पास का शिलान्यास किया। इस तरह चार दशक से अंडर पास को लेकर हो रहा इंतजार खत्म हुआ। इन दोनों अंडरपास के बनाने के लिए दो साल का समय तय किया गया है। राजनाथ ने कहा कि यदि ये अंडरपास पौने दो साल की अवधि में बनकर तैयार हुए तो वे इनका उद्घाटन करने आएंगे।
रक्षा मंत्री ने कहा कि अंडरपास बनने से एनएच-72 पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से लोगों को मुक्ति मिलेगी। यह विडंबना है कि आईएमए जैसे विश्वसनीय, विश्वस्तरीय संस्थान को दो अंडर पास के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। अंडरपास निर्मित होने के बाद आईएमए के कैंपस आपस में जुड़ सकेंगे तथा संस्थान को अपनी गतिविधियों के संचालन में सुविधा होगी। इन अंडरपास के निर्माण से राज्य की जनता को ही नहीं बल्कि, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा आने-जाने वाले यात्रियों को भी सुविधा होगी। साथ ही कैडेट्स के आवागमन और ड्रिल में भी व्यवधान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष दिसंबर में आईएमए पासिंग आउट परेड में इसकी स्वीकृति दी थी। उन्होंने कहा कि यदि नीयत ठीक हो, संकल्प पक्का हो तो किसी भी कार्य को पूर्ण करने में कठिनाई पैदा नही होती। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 1978 से इसकी आवश्यकता महसूस की जाती रही है। इसकी घोषणा की थी जो आज साकार हो रही है।गत वर्ष पासिंग आउट परेड के अवसर पर इन अंडरपासों के महत्व पर केंद्रीय मंत्री से चर्चा करने पर उन्होंने इसकी घोषणा की थी जो आज साकार हो रही है। इसके लिए आवश्यक धनराशि 44.21 करोड़ की भी स्वीकृति प्रदान की है। इस अवसर पर आईएमए के समादेशक ले.जनरल जयवीर सिंह नेगी ने आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि अंडरपास से आईएमए का नार्थ, सेंट्रल तथा साउथ क्षेत्र आपस में जुड़ जाएगा तथा एनएच एवं लोनिवि की सड़क पर यातायात सुचारू रूप से संचालित हो सकेगा। इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल केके खन्ना, मेजर जनरल आरएस ठाकुर, ब्रिगेडियर सुजीत नारायण, मुख्य सचिव ओम प्रकाश, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।