गुमशुदा महिला सरला(45) को आख़िर दिल्ली पुलिस ने गुना ज़िला मध्यप्रदेश से रविवार भोर समय में दिल्ली न्यू अशोक नगर थाना में सकुशल पहुँचाने एवं स्वास्थ्य जाँच के बाद सोमवार सायं ज़िला अदालत में पेश किया है । जिसमें सरला की मानसिक तनाव अस्वस्थ के कारण स्वास्थ्य में काफ़ी सुधार होने के बाद सरला को परिजन के हवाले कर दिया है ।देश की स्मार्ट पुलिस कह जानी वाली वास्तव में स्मार्ट पुलिस न्यू अशोक नगर दिल्ली पुलिस SHO संजय नेओली , एवं उनकी टीम CT मोन्नु कुमार निर्वाण , HC अशोक कुमार , HC निलेश कुमार, Hc कुलदीप कुमार ने आख़िर 36 घंटे भूखी प्यासी तपती धूप में सरला को सकुशल गुना ज़िला मध्य प्रदेश से आभूषण एवं नगदी के साथ परिजन को सौंप दिया ।
सरला के पति कुंदन सिंह रावत ने दिल्ली पुलिस एसएचओ संजय नेओली का टीम सहित और मानव अधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन के दिल्ली अध्यक्ष राकेश पाल , वरिष्ठ मीडिया प्रभारी हरीश असवाल , संगठन की महिला सेल ललिता सुहेल व अनिल पंत , हर्ष वर्धन एवं उत्तराखंड के तमाम समाजसेवीयों , का आभार किया।
स्पष्टीकरण पति कुंदन सिंह रावत ने मीडिया के समक्ष सरला के मानसिक तनाव का कारण भी बताया जिसमें पिछले दीपावली से सरला की मानसिक हालत कभी कभी तनाव में अस्वस्थ रहेती थी जिसका स्वास्थ्य उपचार गुजरात के अस्पताल में होता था आराम नहीं मिलने पर पैतृक ग्राम देवता की पूजा अर्चना नहीं होने से ईस्ट देव नाराज़ होकर सरला को मानसिक तनाव में कर देता था । इस बार भी गाँव में पूजा अर्चना करने को लेकर गए थे लेकिन किसी कारण बच्चे नहीं पहुँचने पर पूजा अर्चना पोस्ट पौंड करनी पड़ी जिंसका हरजाना भुगतना पड़ा अब तुरंत गाँव में जाकर पूजा करने जाएँगे ,
क्या हुआ था सरला के साथ सुने सरला की तनाव मानसिक ज़ुबानी –
17 नई को सायं 8;00 बजे सरला को दिल्ली के दल्लुपुरा से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन एक सवारी ऑटो से गई थी लेकिन सरला का मोबाइल कुछ दूरी आईटीओ के आस पास सड़क पर गिरने से भारी वाहन आने के कारण चूर चूर होने के कारण फ़ोन स्विच ऑफ़ गया था और समय पर नहीं पहुँचने पर ट्रेन छूट गई थी सरला घबराई हुई थी क्यूँकि आभूषण का शूटकेश सरला को सता रहा था और सरला बस द्वारा गुजरात को निक़ल पड़ी लेकिन रास्ता और बस की जनकारी नहीं होने के कारण ग्वालियर और शिवपूरी वाली बस में चलीं गई और नगदी नहीं होने के कारण ATM से कुछ पैसा शिवपूरी में निकाला और वही से दूसरी बस से गुना मध्यप्रदेश चली गई सरला के दिमाग़ में मध्यप्रदेश से वापी गुजरात नज़दीक लग रहा था और परिजन के मोबाइल no कोई याद नहीं था जिसके कारण सरला आभूषण के शूटकेश देखकर परेशान हो गई थी । सरला के बस में सवार यात्री ने रात्रि को परेशान देखकर अपने घर ले गया और पूछताछ करने लगा लेकिन सरला की मानसिक तनाव के कारण कुछ बता नहीं पायी और पुलिस ने ATM स पैसा निकलने का सीसीटीवी फ़ुटेज को और बस के न०प्लेट से पूछते पूछते बड़ी मस्कत करने के बाद सरला के स्थायी स्थान पहुँच गए और सरला को सकुशल परिजन के हवाले करने में सफल हुई , वास्तव में दिल्ली पुलिस इस कार्य पर बधाई के पात्र,