देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का नया नामकरण करते हुए उन्हें न्यू दिल्ली धामी बताया है। आज कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बात करते हुए धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री ने अपने अल्पकालीन कार्यकाल में ही हर दूसरे दिन दिल्ली जाने के नए रिकॉर्ड बनाए हैं इसमें उन्होंने किसी जमाने में उत्तर प्रदेश जैसे विशाल 20 करोड़ की आबादी के सुबे के मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के उस नाम को जिसमें उन्हें न्यू दिल्ली तिवारी कहा जाता था, पीछे छोड़ दिया है।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि नारायण दत्त तिवारी तो उत्तर प्रदेश जैसे उत्तराखंड से 20 गुना बड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री थे ।वहां समस्याएं ज्यादा थी ,काम बहुत थे ,उनका दिल्ली जाना तो फिर भी उचित लगता था परंतु एक करोड़ की आबादी वाले छोटे से सूबे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का रोज-रोज दिल्ली जाना, एक तरह से उत्तराखंड की गरीब जनता के साथ मजाक है। जिसकी बेटियां आज भी प्रसव अवस्था में एंबुलेंस व्यवस्था ना होने के कारण रास्ते में दम तोड़ देती हैं या गर्भ अवस्था में ही उनके बच्चे अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी ने हेलीकॉप्टर को तो स्कूटर से भी बुरा बना दिया है और गगन बिहारी नेता बन गए हैं ।उन्होंने मुख्यमंत्री की नई दिल्ली की यात्राओं पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की और राज्य की जनता को इस बात से अवगत कराने की अपील की कि उन्होंने दिल्ली जाने में कुल कितना समय और कितना धन नष्ट किया है।उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि जब दिल्ली देहरादून और यहां तक कि लखनऊ में भी भाजपा की सरकार है तो क्या कारण है कि ना तो संपत्तियों के बंटवारे पर कोई ठीक फैसला कर पा रहे हैं ना यहां के लोगों की जान-माल की ठीक से सुरक्षा कर पा रहे हैं भालू बंदर हाथी और बाघ और गुलदार हमारे लोगों को खाने पर लगे हैं। प्राकृतिक आपदाओं में जोशीमठ वीरान है और मुख्यमंत्री है कि उन्हें दिल्ली जाने से ही फुर्सत नहीं मिल पा रही है। जोशीमठ के लोग भूखे बैठे हुए हैं और मुख्यमंत्री ढाई सौ भाजपाइयों को राज्य मंत्री की लाल बत्ती बांटने में व्यस्त है। उन्होंने इसे उत्तराखंड के वर्तमान और भविष्य के लिए दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया।