कोरोना वायरस के प्रति जनसमुदाय को जागरूक करने को लेकर हुई चर्चा

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ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में स्वामी नारायण जैसे स्वर्णिम संस्थान से जुड़े संत दास स्वामी जी, दिल्ली से पधारे रसायनी बाबा जी और कुछ अन्य पूज्य संतों ने स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज से भेंटवार्ता की। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि पूरे विश्व में कोरोना वायरस को लेकर लोगों में भय व्याप्त है। कोरोना वायरस पूरी मानवता के लिये भारी संकट है। इस समय संत समाज का कर्तव्य बनता है कि जनसमुदाय को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने हेतु आगे आये। उन्होेंने कहा कि इस महामारी से डरें नहीं बल्कि बचाव और सुरक्षा को अपनायें। स्वामी जी ने कहा कि कोरोना वायरस के बचाव के लिये योग, प्राणायाम, आयुर्वेदिक और प्राकृतिक दिनचर्या को प्राथमिकता दें। स्वामी जी ने कहा कि इस समय सामूहिक कार्यक्रमों का आयोजन न किया जायें तथा उसमें सहभाग भी न करें। सुरक्षा और सब के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुये आगामी दिनों में परमार्थ निकेतन में होने वाली दो भव्य और दिव्य कथाओं एवं कई अन्य कार्यक्रमों को भी स्थगित कर दिया गया है ताकि लोग अपने अपने घरों में सुरक्षित रह सके। साथ ही परमार्थ निकेतन में चलने वाले योग कोर्स जिसमें विश्व के अनेक देशों के योग जिज्ञासु सहभाग करते हैं उसे भी 15 अप्रैल तक के लिये स्थगित कर दिया गया है, उसके पश्चात स्थिति की समिक्षा करके आगे की योजना बनायी जायेगी। स्वामी जी ने कहा कि लोग भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जायें और कुछ दिनों तक घर पर ही रहकर कथाओं एवं गंगा आरती का लाभ लंे, जप, ध्यान और विश्व शान्ति के लिये प्रार्थना करंे। कोरोना वायरस से बचाव के लिये दिन में कई बार हाथांे को साबुन और पानी के साथ 20 सेंकेड तक धोयंेे, यदि सेनीटाइजर का प्रयोग कर रहंे है तो उसमें 60 प्रतिशत से अधिक एल्कोहल वाले सेनीटाइजर का ही प्रयोग करें। दूसरे लोगों से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाकर रखंे। हर एक घन्टे में गर्म पानी पीते रहें, अधिक पानी और तरल पदार्थो का सेवन करें, नियमित रूप से कपड़े धोयें, सफाई का विशेष ध्यान रखें। भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। सार्वजनिक स्थानों पर दरवाजों के हैंडिल, पेन, टिशू, कप, लिफ्ट बटन, डिजिटल उपकरण, जैसे माउस, की-बोर्ड आदि सीढ़ियों की रेलिंग को न छुये क्योकि उस पर संक्रमित व्यक्ति के शारीरिक द्रव भी हो सकता है जो कि अन्य चीजों पर आ सकता है। वायरस वस्तुओं पर 48 घंटे तक रहता है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि आप अपना बचाव कर इस वायरस को फैलने से रोक सकते हैं यह भी समाज और देश की बड़ी सेवा होगी। स्वामी जी ने कहा कि स्वामी नारायण संस्था द्वारा विश्व के अनेक स्थानों पर भव्य मन्दिरों का निर्माण कराया गया है। वैश्विक स्तर पर अनेक धार्मिक कार्य किये जा रहे हंै मुझे लगता है इस समय सभी धार्मिक संस्थानों को कोरोना वायरस के प्रति जनमानस को जागरूक करने हेतु प्रयास करना होगा तथा सामूहिक कार्यक्रमों और कथाओं का आयोजन स्थगित करना होगा। सभी पूज्य संतों ने इस पर सहमति व्यक्त करते हुये कहा कि इस समय मानवता पर जो खतरा मंडरा रहा है, उससे निपटने के लिये एकजुट होकर प्रयास करना होगा। कोरोना वायरस से सुरक्षा हेतु परमार्थ निकेतन के दोनों प्रमुख दरवाजों पर सेनीटाइजर की व्यवस्था की गयी है ताकि बाहर से अन्दर आने वाले लोग अपने हाथ साफ करके ही अन्दर आये तथा बाहर से आने वालों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

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