डीएम ने मत्स्य पालन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया

Share Now

पिथौरागढ। जिलाधिकारी रीना जोशी ने विकासखण्ड कनालीछीना के ग्राम डुंगरी पहुंचकर ग्रामीणों द्वारा किए जा रहे मत्स्य पालन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी द्वारा ग्रामीण राजेश मेहता, भूपेंद्र सिंह, हयात सिंह आदि के मत्स्य तालाब का स्थलीय निरीक्षण किया गया तथा उनके व्यवसाय की प्रगति एवं मार्केटिंग आदि के बारे में जानकारी ली गई। इस दौरान मत्स्य पालक राजेश मेहता ने बताया कि उनके द्वारा ट्राउट मछली का उत्पादन किया जा रहा है। प्रतिवर्ष लगभग 5 कुंतल मत्स्य का उत्पादन किया जा रहा है जिससे उन्हें सालाना रुपये 2 लाख की आय हो रही है।
वही मत्स्य पालक भूपेंद्र सिंह ने बताया कि उनके द्वारा भी ट्राउट मछली का उत्पादन किया जा रहा है जिससे उन्हें सालाना लगभग रूपये 50 हजार की आय प्राप्त हो रही है। मत्स्य पालकों द्वारा बताया गया कि उन्हें मार्केटिंग की कोई समस्या नहीं है। स्थानीय ग्राम, कस्बों एवं नगरों के ग्राहक उनके ग्राम में पहुंचकर ही उनके द्वारा उत्पादित मछलियां खरीद रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि जिला मत्स्य विभाग के सहयोग से उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू किया जिससे उनका मत्स्य व्यवसाय अच्छे से चल रहा है। उन्होंने मत्स्य विभाग का आभार भी व्यक्त किया। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा ग्रामीणों के मत्स्य व्यवसाय की प्रगति को देखकर प्रसन्नता जाहिर की गई तथा ग्रामीणों की मेहनत को सराहा गया।
जिलाधिकारी द्वारा ग्राम डुंगरी स्थित प्राथमिक विद्यालय का भी स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा छात्र-छात्राओं से प्रश्न भी पूछे गये तथा विद्यालय के शिक्षण कार्य पर संतोष व्यक्त किया गया। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा विद्यालय की छत टपकने की समस्या से अवगत कराया गया। जिस पर जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक को छ्त मरम्मत कार्य कराए जाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी वरुण चैधरी, डीडीओ रमा गोस्वामी, मुख्य उद्यान अधिकारी त्रिलोकी राय, जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक डीसी, जिला मत्स्य अधिकारी डॉ रमेश जलाल सती आदि उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!