चौरास परिसर में गूंजा महिला सशक्तिकरण का उद्घोष — 202 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को मिला भविष्य संवारने का अवसर
✍️ बड़ी खबर — जोश, जिम्मेदारी और जनसेवा का संगम
रुद्रप्रयाग के चौरास प्रेक्षागृह में शुक्रवार को एक अद्भुत दृश्य देखने को मिला — जहां उत्साह, गर्व और आंसू सभी एक साथ बह निकले। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने 202 नवचयनित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र देकर उनके जीवन में नई रौशनी भर दी।

“ये सिर्फ नौकरी नहीं, सेवा का व्रत है,”
मंच से मंत्री रेखा आर्य की आवाज़ गूंजती है,
“हर गांव की आंगनबाड़ी अब बनेंगी बदलाव की पाठशाला!”
🔥 तेज और तरकश जैसे तथ्य
- पूरे उत्तराखंड में 7052 आंगनबाड़ी पदों पर नियुक्तियां
- रुद्रप्रयाग में 15 कार्यकत्रियां व 188 सहायिकाएं बनीं नई जिम्मेदारियों की वाहक
- आंगनबाड़ी केंद्र अब मातृ और बाल स्वास्थ्य, पोषण, और शिक्षा के मजबूत स्तंभ

💬 मंत्री रेखा आर्य का भावुक संदेश
“आज जो बेटियां नियुक्त हो रही हैं, वे सिर्फ पंजीकृत कर्मचारी नहीं, बल्कि समाज के सबसे कमजोर वर्ग के लिए आशा की किरण हैं।”
🌿 स्थानीय महिलाओं का जोश भी छलका
नवनियुक्त कार्यकत्री कविता देवी कहती हैं –
“पहली बार मुझे लगा कि मैं किसी बदलाव की शुरुआत हूं… गांव की हर मां अब मेरे भरोसे होगी।”

👩👧 शिक्षा से सेवा तक का सफर
मंत्री ने इस बात पर गर्व जताया कि अब उच्च शिक्षित बेटियां भी आंगनबाड़ी व्यवस्था से जुड़ रही हैं।
“ये बेटियां गांव में भी वही सेवा दे रही हैं, जो शहरों में मिलती है। यही तो असली विकास है।”
🚩 समाप्ति संदेश:
ये सिर्फ नियुक्ति नहीं, समाज को संवारने का शपथ है। हर नियुक्ति पत्र के पीछे है एक बच्चे का भविष्य, एक मां की उम्मीद और एक गांव की तरक्की।
सरकार की ओर से शुरू हुआ ये सशक्तिकरण अभियान अब हर घर में उम्मीद की दस्तक देगा।
