जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित ने जिला परामर्शदात्री समिति एवं जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति की बैठक लेते हुए बैंकर्स को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कोविड -19 एवं देशव्यापी तालाबंदी के कारण काफी संख्या में प्रवासी अपने घरों एवं गांव लौटे है। जिन्हें रोजगार से जोड़ा जाना है, इसलिए ग्रामीणों को कृषि ऋण के साथ ही विभिन्न विभागों की स्वरोजगार योजना के माध्यम से उद्यम स्थापित करने वाले चिन्हित लाभार्थियों को समय से ऋण वितरण करना सुनिश्चित किया जाय।
लीड बैंक अधिकारी बीएस तोमर ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत चालू वितीय वर्ष में जनपद के समस्त बैंकों को 759 का लक्ष्य दिया गया था जिसके सापेक्ष 544 के ऋण स्वीकृत किए गए। इसी तरह राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंर्तगत 70 पर ऋण स्वीकृति एवं वितरण के कार्य संपन्न की गई। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम 95 आवेदन पर ऋण स्वीकृत किए गए। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 423 पर ऋण स्वीकृत किए गए। वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना में वाहन गैर वाहन में 24 का लक्ष्य दिया गया तथा जिसमें 14 को ऋण स्वीकृत व वितरण किया गया है और 8 आवेदन वर्तमान में लम्बित है। दिनदयाल उपाध्याय होम स्टे योजना में 13 पर ऋण स्वीकृत किए गए है। डेयरी उत्पादन में 301 आवेदन पत्रों में ऋण की स्वीकृति एवं मतस्य पालन में कुल 36 आवेदन पत्रों पर केसीसी ऋण निर्गत किये गए है।
इससे पूर्व जिलाधिकारी ने राजस्व अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मासिक बैठक ली। जिलाधिकारी ने राजस्व वादों को समय से निस्तारण करने के निर्देश दिए। तथा वसूली में तेजी लाने को कहा। जिला कार्यालय एवं तहसील स्तर पर निष्प्रयोज्य वाहनों की नीलामी करने के निर्देश नाजर को दिए।
बैठक में जिला विकास अधिकारी विमल कुमार आर्य,मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल भंडारी, जिला पर्यटन अधिकारी प्रकाश खत्री, परियोजना अधिकारी उरेड़ा वंदना, बैकर्स सहित राजस्व कर्मचारी उपस्थित थे।