2 नवंबर से विद्यालय खोले जाने के विरोध में मंत्री रहे उपवास पर

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देहरादून। वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने कोविड-19 संक्रमण के खतरे के मध्यनजर बिना व्यवस्था के विद्यालयों को खोलने के विरोध में एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम आयोजित किया। श्री नैथानी का कहना है कि कोविड-19 के संक्रमण के खतरे से निपटने की विद्यालयों में कोई व्यवस्था नहीं की गई है, इसलिए ऐसे में 2 नवंबर से विद्यालय नहीं खोले जाने चाहिए। उन्होंने अपने आवास पर धरना दिया। उनका कहना था कि विद्यालयों में कोरोना संक्रमण रोकने की कोई व्यवस्था सरकार द्वारा नहीं की गई है, ऐसे विद्यालय खोले जाने से विद्यार्थी और शिक्षक कोरोना के शिकार हो सकते हैं। उनकी सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए गए हैं। बच्चों की जिंदगी से कोई खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए, जब तक विद्यालयों में कोरोना संक्रमण रोकने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की जाती तब तक विद्यालय नहीं खोले जाने चाहिए। राज्य में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, मौतें भी बढ़ रही हैं। सरकार स्कूलों को खोलने पर पुनर्विचार करे। यह निर्णय ठीक नहीं है। बच्चों के जीवन को सुरक्षित रखने के लिए कोई व्यवस्था विद्यालयों में नहीं की गई है। उनके साथ कांग्रेस के कुछ अन्य नेता भी उपवास पर बैठे।

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