🌟 स्वस्थ नारी – सशक्त परिवार: उत्तरकाशी ने रचा नया रिकॉर्ड
उत्तरकाशी। पहाड़ की ठंडी हवा और मंदिरों की घंटियों के बीच आज स्वास्थ्य की नई पहल ने दस्तक दी। स्वास्थ्य सेवा पखवाड़ा के तहत 86 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों और उपकेंद्रों में एक साथ निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का शुभारंभ हुआ। गाँव के प्रधान, जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग इस ऐतिहासिक शुरुआत के गवाह बने।

🔥 “हर गाँव में, हर आंगन में – स्वास्थ्य की नई रोशनी”
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी. एस. रावत ने कहा,
“स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार की नींव है। यह शिविर महिलाओं और परिवारों को समय पर चिकित्सा सहायता दिलाने का हमारा बड़ा कदम है।”
शिविरों में बीपी, शुगर, अल्परक्त, टीबी स्क्रीनिंग, गर्भवती महिलाओं की जाँच, रजिस्ट्रेशन और औषधि वितरण तक सब कुछ निःशुल्क दिया गया। साथ ही रक्तकोष और SNSP पोर्टल पर भी लोगों का पंजीकरण किया गया।

💓 “पर्व जैसा माहौल, स्वास्थ्य का उत्सव”
गाँवों में आज एक मेले जैसा माहौल रहा। महिलाएँ और बुजुर्ग सुबह से ही पंक्तियों में खड़े नजर आए। स्थानीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य कर्मियों ने लोगों को सेवाओं के बारे में समझाया। कई महिलाओं ने कहा –
“पहली बार हमारे गाँव में इतने बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य जाँच हुई है, वो भी बिल्कुल मुफ्त।”
🩸 रक्तदान शिविर और आगे की तैयारी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि यह सिलसिला 2 अक्टूबर तक लगातार जारी रहेगा। कल रविवार को जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी में रक्तदान शिविर होगा। साथ ही जनपद के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी शिविर चलेंगे।
⚡ क्यों ज़रूरी है यह पहल?
पर्वतीय क्षेत्रों में अक्सर महिलाएँ और परिवार समय पर इलाज नहीं करा पाते। इस अभियान ने लोगों के दरवाजे तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाकर एक मिसाल कायम की है।
✊ “स्वस्थ समाज – मजबूत उत्तराखंड”
इस पहल से न केवल बीमारियों का समय रहते पता चलेगा, बल्कि लोगों में अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
🕯 अंतिम संदेश
उत्तरकाशी के हर नागरिक के लिए यह अवसर सुनहरा है।
निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर सिर्फ इलाज नहीं, बल्कि जीवन बचाने का मौका हैं।
इस पखवाड़े का संदेश साफ है —
“स्वास्थ्य को आदत बनाइए, और बीमारियों को मात दीजिए।”
