उत्तरकाशी धार्मिक नगरी मे हर वर्ष की भांति इस बार भी हिन्दुओ के आराध्य श्री राम का जन्मदिन राम राम नवमी और भी अधिक भब्य तरीके से मनाई जाएगी इसके लिए पवन पुत्र फ़ाउंडेशन से जुड़े कार्यकर्ता लंबे समय से मेहनत कर रहे है । वही धार्मिक नागरी मे बिना लाइसेन्स अवैध मीट विक्रेताओ पर जिला प्रशासन की चुप्पी के खिलाफ लोगो ने एसडीएम भटवाड़ी चटर सिंह चौहन का पुतला फूंका
अपने अपनों का का जन्मदिन तो हर कोई बड़े उल्लास से मनाते ही हैं बस इसी थीम का व्यापककीकरण करते हुए उत्तरकाशी के पवन पुत्र फाउंडेशन ने हिंदू आराध्य देव श्री राम के जन्मदिन रामनवमी को इस बार भी और बेहतरीन और भव्य तरीके से मनाने का निश्चय किया है ।
इसके लिए फाउंडेशन के कार्यकर्ता पिछले तीन-चार महीनों से जमीन पर काम कर रहे हैं संगठन ने बताया कि हनुमान मंदिर से राम शोभायात्रा पूरे बाजार में भव्य तरीके से निकाली जाएगी और हनुमान चौक पर इसका समापन होगा।
इस बार चैत्र नवरात्रि और रामनवमी के बीच धार्मिक पर्व पर पूरा उत्तरकाशी धार्मिक नजर आ रहा है
एक तरफ उत्तराखंड सरकार चैत्र नवरात्र के मौके पर धार्मिक स्थलों और मंदिरों में नारी शक्ति पूजा के रूप में इस नवरात्र का पर्व मनाने जा रही है और इसके लिए बकायदा सरकारी अमले को तैनात भी किया गया है , वही देवभूमि उत्तरकाशी में इन्हीं धार्मिक पर्व के मौके पर बिना लाइसेंस की अवैध बूचड़खाने और मीट विक्रेताओं की दुकाने खुलेआम चल रही हैं।
इससे पूर्व भी हिंदू धार्मिक संगठनों ने धरना प्रदर्शन कर जिला प्रशासन को ज्ञापन प्रेषित कर अपनी नाराजी व्यक्त की थी ।
गौरतलब है कि उत्तरकाशी में अवैध बूचड़खाने , कसाई खानों और मीट की दुकानों को लेकर मामला पूर्व मे हाईकोर्ट तक भी गया था लेकिन उसके बाद भी इस पर कोई फैसला नहीं हो सका । धार्मिक संस्थानों की माने तो जिला पंचायत से नगर पालिका क्षेत्र में समायोजित होने के बाद किसी भी मीट विक्रेताओं के पास प्रॉपर लाइसेंस नहीं है । आरोप है कि जिला प्रशासन की मिलीभगत से यह अवैध धंधा फल फूल रहा है।
चैत्र नवरात्रि के मौके पर एक तरफ दुर्गा मां के शक्ति रूप की पूजा चल रही है और रामनवमी की तैयारीया भी जोर शोर से चल रही है ऐसे मौके पर जब धार्मिक संस्थाओं के लोग जिलाधिकारी से अवैध बूचड़खाने के मामले में जानकारी लेने पहुंचते हैं तो आरोप है कि वहां बैठे एसडीएम द्वारा धार्मिक संगठनों को जो बेहूदा जवाब दिया गया, उससे नाराज होकर उन्होंने जोशियाड़ा सड़क पर एसडीएम भटवाड़ी चतर सिंह चौहान का पुतला दहन किया और सरकार से मांग की जब तक अवैध मीट विक्रेताओं के पास कोई लाइसेंस ना हो तब तक उन्हें दुकानें खोलने की अनुमति न दी जाए अन्यथा संगठन के लोग खुद अवैध दुकानों को बंद कराने के लिए मजबूर होंगे ।
इतना ही नहीं धार्मिक संगठन से जुड़ी महिलाओं ने गंगा यमुना के मायके उत्तरकाशी के प्रवेश द्वार पर कूड़े के ढेर को लेकर भी श्रद्धालुओं की आस्था पर सवाल खड़े किए ।
उन्होंने कहा कि शहर के प्रवेश द्वार तामा खानी के पास ही नगर का कूड़ा एकत्र हो रहा है जहां से न सिर्फ बदबू फैल रही है बल्कि कूड़े की गंदगी भी सीधे गंगा नदी में मिल रही है। और जिला प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है