दिल्ली में उत्तराखंड समाज की सबसे पुरानी संस्थाओं में से एक गढ़वाल हितैषी सभा अपनी स्थापना के 100 साल को यादगार बनाने के लिए 2 से 12 जनवरी 2023 तक नई दिल्ली के पंचकुइयां रोड , गढ़वाल भवन में भव्य रामलीला का आयोजन कराने जा रही है ।इसके सभी पात्र उत्तराखंड की महिलाए ही निभा रही है ॥
देश की राजधानी दिल्ली में उत्तराखंड के प्रवासी भले ही तीज त्यौहार और खास मौकों पर अपने पहाड़ जाने का सपना पूरा न कर पा रहे हो , लेकिन ऐसे खास मौकों पर वे दिल्ली एनसीआर में ही उत्तराखंडी माहौल तैयार कर अपनी तसल्ली कर लेते हैं, अब रामलीला को ही देख लीजिए , आज के दौर में जब मनोरंजन के दर्जनों साधन उपलब्ध हैं उसके बाद भी दिल्ली एनसीआर के प्रवासी उत्तराखंडी पारंपरिक रामलीला को देखने के लिए एकत्रित हो रहे हैं और इसी बहाने उत्तराखंड से जुड़े तमाम सामाजिक और राजनीतिक लोग एकत्र होकर अपने पहाड़ों को अपने उत्तराखंड को याद कर रहे हैं। खास बात यह है कि इस बार की यह रामलीला महिला पात्रों द्वारा की जा रही है जो उत्तराखंड के पहाड़ों में भी महिला सशक्तिकरण को लेकर अपना योगदान दे रही है
गढ़वाल सभा के अध्यक्ष अजय बिष्ट ने बताया कि हम शताब्दी वर्ष के शुभारंभ में वे प्रभु राम से जुड़ी लीलाओं का मंचन करने जा रहे हैं जिसमे केदार बद्री मानव श्रम समिति की महिला कलाकारों द्वारा अभिनय किया जा रहा है रामलीला का मंचन 2 जनवरी से 12 जनवरी तक किया जा रहा है > इस दौरान उत्तराखंड के से जुड़े सभी राजनैतिक और सामाजिक हस्तियो को भी आमंत्रित किया गया है उन्होंने कहा कि हम शताब्दी वर्ष में महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दे रहे हैं साथ ही उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा