बीजेपी के खिलाफ बोला तो अधेड़ ने बरसा दिए घूंसे – उत्तरप्रदेश चुनाव प्रचार में पहुचे थे उत्तराखंड के कांग्रेसी नेताजी

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उत्तरप्रदेश में पंचायत चुनाव में बीजेपी सरकार की  धर्म आधारित राजनीति पर तंज कसना कांग्रेसी नेता को भारी पड़ गया,  जब भीड़ से निकल कर एक अधेड़ ने जोरदार घूंसों को बरसात कर दी | अगर नेताजी पीछे हटने में सेकेंड कि भी देरी करते तो कोई भी हादसा हो सकता था |

उत्तराखंड के पूर्व मंत्री पर धीरेंद्र प्रताप पर गाजियाबाद में जिला पंचायत चुनाव प्रचार के दौरान देर शाम हुआ हमला,  बाल बाल बचे

उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री धीरेंद्र प्रताप कल देर शाम गाजियाबाद के रेवड़ी गांव में एक मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्ति के हमले से  उस वक्त शिकार होते बाल – बाल बचे जब वे वार्ड नंबर सात के उम्मीदवार विनोद कसाना के गांव रेवड़ी में उनके समर्थन में एक  ग्रामीणों की सभा को संबोधित कर रहे थे।

 धीरेंद्र प्रताप जो कल गाजियाबाद जनपद के दौरे पर थे और उन्होंने इस क्षेत्र के कई वार्डों में कांग्रेस प्रत्याशियों जिनमें पूनम सिंह विनीत त्यागी और विनोद कसाना शामिल थे के पक्ष में कांग्रेस की लोकसभा प्रत्याशी रही एआईसीसी की सदस्य डॉली शर्मा और जिला अध्यक्ष विजेंद्र यादव के साथ प्रचार किया । परंतु जब कल रात में करीब 8:00 बजे वे रेवड़ी गांव में किसानों और ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे और भाजपा बसपा और सपा पर तीखे हमले बोल रहे थे,  उसी वक्त एक अधेड़ ग्रामीण उठा और उन पर जोरदार मुक्के की  ताबड़तोड़ बरसात कर दी । धीरेंद्र प्रताप जो सजगता से भाषण दे रहे थे संयोग से पीछे हट गए और तभी लोगों ने पीछे से इस व्यक्ति को पकड़ लिया ।जिसका नाम हरिओम बताया जा रहा है ।यह व्यक्ति तब भी नहीं रुका और जिन लोगों ने उसको पकड़ा उन पर भी उसने बहुत हाथापाई की लेकिन लोग बाद में पकड़ कर उसे ले गए और सभा में भगदड़ मच गई लेकिन जब धीरेंद्र प्रताप को यह बताया गया कि यह व्यक्ति मानसिक रूप से विकलांग है तो उन्होंने अपने भाषण को जारी रखा और मैदान में डटे रहे ।बाद में इस वार्ड से प्रत्याशी विनोद कसाना ने बताया कि इस व्यक्ति के जवानी के दिनों में ही पहले पुत्र की मृत्यु हो गई थी और जीवन के कुछ दिन बाद ही इस बच्चे के जाने से यह मानसिक रूप से विकलांग हो गया और पूरे गांव में आमतौर पर उसको घर में बंद ही रखा जाता है लेकिन उस दिन वह सभा में पहुंच गया और अचानक जब धीरेंद्र  प्रताप जातिवादी राजनीति और धर्म पर आधारित राजनीति को लेकर भाजपा सपा बसपा को कोस रहे थे तो यह तैश में आ गया और अचानक उन पर हमला कर बैठा। यह ईश्वरीय संयोग   ही था कि वे बच गए अन्यथा जिस गुस्से के साथ हरिओम ने उन पर हमला किया था उन पर गंभीर चोट आने की संभावना थी।

 बाद में ग्रामीणों ने हरिओम के कृत्य के लिए धीरेंद्र प्रताप और कांग्रेस नेताओं से माफी मांगी और  धीरेंद्र  प्रताप फिर उत्तराखंड में  सल्ट  में हो रहे विधानसभा उपचुनाव में पार्टी प्रचार के लिए लौट गए।

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