लोक सभ चुनाव 2024 की तैयारी मे जुटे उत्तराखंड की जनता के सामने एक और कड़वा सच सामने आया है । खबर को देखने के बाद आप भी सोचेंगे कि हमारा राज्य की दिशा की ओर जा रहा है । अभी हाल ही में उत्तराखंड विधानसभा ने 5440 करोड रुपए का अनुपूरक बजट पास किया, यह बजट इसलिए जारी किया जाता है कि ताकि सरकारी विभागो के पास धन की कमी न रहे ।
हमारे राज्य में 65 विभाग हैं 2021-22 में राज्य का बजट 64472 करोड़ का था बजट के भारी-भरकम आकार को लेकर सरकार ने भी अपनी पीठ खूब थपथपाई थी । मगर आपको ये जानकार हैरानी होगी कि इस 64000 करोड बजट में से कितना पैसा खर्च हुआ । आइए एक नजर डालते हैं इस पर – बजट 64 हजार करोड़ का और खर्च हुए महज 40 हजार करोड़ , मतलब 24000 करोड़ खर्च नहीं कर पाए।
क्या कोई पूछने वाला है ?
कोई बताएगा कि इतनी बड़ी धनराशि राज्य के विकास में खर्च क्यों नहीं हो पाई ?
कौन है इसके लिए जिम्मेदार?
कितनों की जवाबदेही तय की गई ?
अब उन विभागों का भी खुलासा कर देते हैं जो पूरे साल भर अपने आवंटित बजट का 50 फ़ीसदी भी खर्च नहीं कर पाए देखिये – ऊर्जा विभाग 48 %, लघु सिंचाई विभाग 47% , शहरी विकास 41%, आवास विभाग 38% , परिवहन विभाग 33%, नागरिक उड्डयन 17%, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग 33 % ही खर्च कर पाया और हमारे विभाग पैसों का रोना रोते हैं।
जो विभाग पैसा होने पर भी पैसा खर्च नहीं कर पा रहे हैं उनके खिलाफ क्या एक्शन लिया जा रहा है ? ये बेहद गंभीर मुद्दा है और उत्तराखंड कि जनता को इसके लिए जोर जोर से आवाज उठानी चाहिए सरकार को भी उन विभागों को तलब करना चाहिए जिनके विभाग बजट तक खर्च नहीं कर पाते