जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में आगामी मानसून सीजन को देखते हुए अन्तर्विभागीय अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी तहसीलों एवं जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष तत्काल खोलते हुये इन्हें क्रियाशील करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि विभिन्न तहसीलों, थानों व संवेदनशील स्थलों के लिए आवंटित सैटलाइट फोन की जॉच करते हुए इन्हें संचालित करना शुरू करें। बैठक में सभी तहसीलों के ई-मेल तथा दूरभाष सेटरों का निरीक्षण कर इनका व्यापक प्रचार-प्रसार कराये। उन्होंने बताया कि संवेदनशील स्थलों के स्थानीय नागरिकों से आपदा के दौरान होने वाली घटनाओं का त्वरित समाधान हेतु इनके मोबाईल नम्बर, कन्ट्रोल रूम में चस्पा कराये।
उन्होंने कहा कि मानसून अवधि के दौरान विभिन्न प्रकार के उपकरण वुड कटर, आयरन कटर आदि थानों एवं तहसीलों में रखते हुए आवश्यक उपकरणों की समय रहते जाँच, मरम्मत एवं खरीद कर लें। उन्हांेने सेना एवं पैरामिलट्री व एसडीआरएफ के अधिकारियों को आपदा के दौरान आपसी समन्वय बनाते हुए कार्य करने पर बल दिया। उन्होने बाढ के दौरान लोगो की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए जल पुलिस एवं गोताखोरों की तैनाती सुनिश्चित कराये जाने को कहा। उन्होने उपजिलाधिकारियों /तहसीलदारों को भू- स्खलन वाले क्षेत्रों का चिन्हीकरण करते हुए लोगो को सुरक्षित स्थानों पर पहुॅचाने हेतु स्थानों को चिन्हित करने की निर्देश दिये। उन्होने ओखलकाण्डा, कुश्याकुटौली, मुक्तेश्वर आदि स्थानों पर बिजली की आपूर्ति आस्का टावर लाईट एवं डेªगन व सर्च लाईटें रखें जाने पर बल दिया। बैठक में आपदा के दौरान विस्थापन को समस्या से निपटने के लिए सत्यापन की कार्यवाही करने को कहा। उन्होने अग्निशमन विभाग को थानों में वायरलैस सैट तथा अन्य उपकरणों की आवश्यक जॉच करते हुए इन्हें क्रियाशील कराये जाने के निर्देश दिए। उन्होने हल्द्वानी-रामनगर क्षेत्र में रपटों के कारण छोटे वाहनों के बहने की समस्या के समय रहते निदान कराये जाने को कहा, इसके अलावा खैरना -क्वारब क्षेत्र की चौकियों को सक्रीय बनाये जाने के निर्देश दिये। उन्होने सभी उपजिलाधिकारियों को वायरलैस सैट के साथ हैण्डसेट उपलब्ध कराये जाने को कहा। आपदा स्थल के दौरान नदी-नालों, गधेरों आदि स्थनों पर निवासित लोगो को समय से हटाने जाने हेतु अलार्म एवं हुटर सिटम से अवगत कराये जाये। उन्होने राजस्व विभाग के अधिकारियों को आपदा के दौरान होने वाली क्षति पर मानवीय दृष्टिकोण अपनाये जाने पर जोर दिया।
बैठक में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि चोरगलिया, रामनगर, आदि क्षेत्रों पर लोगों के लिए सामुदायिक में साप, कुत्ते, बन्दर के काटने पर एंटी रैबीज इंजेक्शन की आपूर्ति समय रहते करवाये। इसके अलावा मेडिकल मोबाईल टीेमों को क्रियाशील कराये तथा आपदा ग्रस्त क्षेत्रों भी फॉगिग व गेमेक्सीन दवा का छिड़काव सुनिश्चित कराये । उन्होने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सड़कोे की कनेक्टीवीटी हेतु चिन्हित स्थलों पर जेसीबी तथा अन्य आवश्यक उपकरणों को स्थापित करते हुए क्षेत्र में जेई व जेसीबी के चालकों एवं परिचालकों के मोबाईल नम्बर आपदा केन्द्र को उपलब्ध कराये साथ ही जेसीबी मशीनों में जीपीएस सिस्टम लगाने के लिए टेण्डर प्रक्रिया शुरू करें। इसके अलावा सड़क के दोनो ओर नालियों व कलवर्टों की सफाई भी कर लें। उन्होने राजस्व, सिचंाई विभाग की बाढ़ चौकियों को क्रियाशील करते हुए, तटबधों पर विशेष चौकसी रखें तथा नालियों की सफाई कराये। उन्होने कोसी नदी के बैराज खुलने की सूचना से क्षेत्र के लोगो को अवगत भी करायें। उन्होने जलभराव की समस्या से निजात पाये जाने के लिए जनसैट एवं पम्प सैट आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने पेयजल विभाग को लोगो को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने हेतु हैण्ड पम्पों की मरम्मत के साथ ही टैंकरों की व्यवस्था करने को कहा।
जिलाधिकारी ने खाद्य आपूर्ति विभाग को मानसून सीजन को देखते हुए खाद्य गोदामों राशन की व्यवस्था, गैस सिलेण्डर, पेट्रोल, डीजल आदि का भण्डारण किये जाने के निर्देश दिये। कृषि विभाग खाद बीज की उपलब्धता के साथ ही अतिवृष्टि, ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को होने वाले नुकसान का यथोचित मुआवजा दिलाने का प्रयास करें। इस दौरान विद्युत विभाग को विद्युत लाईनों में बाधित वृक्षों की लौपिंग तथा ट्रासफारमर लगाये जाने के निर्देश दिये। बैठक में सभी नगर निकायों के अधिकारियों को अपने -अपने क्षेत्रार्न्तगत नालियों की सफाई के साथ ही छोटी नालियों का चौड़ीकरण कराये जाने के निर्देश दिये। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि मानसून सीजन को देखते हुए जीर्णशीर्ण विद्यालयों की आवश्यक मरम्मत तत्काल कराये तांकि आपदा के दौरान लोगो को विद्यालयों में रहने की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकें। उन्होने सेना, पैरामिलट्री के अधिकारियों से आपदा के दौरान जिला प्रशासन को किस प्रकार की मदद दी जायेगी उसका विवरण उपलब्ध कराये जाने को कहा।
बैठक में मुख्य आईटीबीपी के कमाडर तिलक राज, संयुक्त मजिस्टेªट प्रतीक जैन, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, चिकित्साधिकारी भागीरथी जोशी, उपजिलाधिकारी राहुल साह, योगेश सिंह मेहरा, रेखा कोहली, आईटीबी धरमवीर यादव, तहसीलदार संजय कुमार,मनीषा बिष्ट, तान्या रजवार, अधिशासी अभि. लोनिवि रविन्द्र कुमार, संजीव राठी, कुमाऊॅ रेजीमेन्ट सूबेदार गजेन्द्र सिंह, डोगरा रेजीमेन्ट सूबेदार परमा राम, अधिशासी अभि. पेयजल निगम जीएस तोमर, मुख्य शिक्षिाधिकारी केएस रावत, मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ. नरेन्द्र कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार वर्मन सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।