उत्तरकाशी के पुरोला में एक नाबालिग बच्ची को बहला-फुसलाकर भगाने के मामले ने जो तूल पकड़ा वह थमने का नाम नहीं ले रहा है
पुरोला नौगांव बड़कोट और उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के बाद अब चिन्यालीसौड़ सूली ठांग ढूंढा धरासू बैंड सहित पूरा इलाका इसके प्रभाव मे आ गया है । मंगलवार को इस पूरे इलाके मे व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया और जिहादी मानसिकता वाले लोगों का भौतिक सत्यापन कर उन्हें नगर से बाहर करने की मांग की
इस दौरान व्यापारियों और स्थानीय प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम डूँड़ा को ज्ञापन भी सौंपा
गौरतलब है की बड़ी तादाद में उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों से स्थानीय लोग पलायन कर मैदानी क्षेत्रों की तरफ जा रहे हैं जबकि एक धर्म विशेष के लोग पहाड़ी क्षेत्रों में अपनी तादाद बढ़ा रहे है
आरोप है कि इनमें से एक व्यक्ति यहां आने के बाद अपने साथ हर महीने 8 से 10 नए लोगों को लेकर आता है जिसके बाद ये लोग किस तरह से यहां सेटल हो जाते हैं ? यह भी जांच का विषय है । बदलती स्थितियो मे क्षेत्र मे बढ़ रहे क्राइम के आंकड़े लोगो को सोचने के लिए मजबूर कर रहे है
पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार चेंज हो रही डेमोग्राफी से अब आम उत्तराखंडी चिंतित है खुद सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ में लव जिहाद और लैंड जिहाद के खिलाफ अपने अभियान का खुलासा कर चुके हैं
लव जिहाद और लैंड जिहाद का मामला पुरोला की घटना से इस कदर बढ़ जाएगा किसी राजनीतिक गणितज्ञ ने कभी नहीं सोचा था जुलूस प्रदर्शन के दौरान आम लोगों की भागीदारी और गुस्सा नेताओ को सोचने के लिए मजबूर कर रहा है यही वजह है एक दौर में अपनी राजनीतिक परिभाषा से बंधे हुए लोग भी अपनी सीमा से बाहर निकल कर जय श्री राम कहने में गुरेज नहीं कर रहे हैं और जिस बात को बंद चारदीवारी के अंदर दबी जुबान में कहने से भी डर लगता था आज उसे खुलेआम मंच से कहने में भी परहेज नहीं है,