देहरादून। प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था व हरिद्वार के डाडा जलालपुर में हुई घटना को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद उत्तराखण्ड के एक प्रतितिधिमंडल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। जमीयत की ओर से सीएम को दिये गये ज्ञापन में कहा गया है कि, ‘‘उत्तराखण्ड राज्य एक शांति प्रिये राज्य है, यह पावन भूमि है, यहीं से गंगा-यमुना का उद्गम हुआ, जो देश भर के आध्यातमिक व भौतिक प्यासों को तृप्त कर रही है। इसिलिये देश भर में गंगा-जमनी तहजीब का उधारण दिया जाता। यहा विश्व प्रसिद्ध चारधाम भी है, तो हेमकुंड साहिब ओर धेर्य का प्रतीक कहे जाने वाली दरगाह कलियर शरीफ भी यहां स्थित है, जो हजारों-करोड़ों श्रद्धालूओं की आस्था का प्रतीक है। आप की सरकार ने प्रदेश सहित देश भर में ‘‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वाश’’ का नारा दिया है, जिसे सफल बनाने के लिये आप की ओर से भ्रसक प्रयास किये जा रहें है। लेकिन कुछ असमाजिक तत्व लगातार प्रदेश के शांत माहौल को खराब करने, अशांति फैलाने, आपसी भाईचारे को खराब करने की नाकाम कोशिश कर रहें है। ताजा मामला हरिद्वार जनपद के गावं डाडा जलालपुर का है, जहा कुछ असमाजिक तत्वों ने हरिद्वार की पावन भूमि को कलंकित करने की चेष्टा की है।
हरिद्वार जिले के गावं डाडा जलालपुर में हनुमान जयंती पर शोभायात्रा निकाली जा रही थी, लेकिन कुछ शरारती तत्व भी धार्मिक उन्माद फैलाने की नीयत से शोभायात्रा में शामिल हो गए, उन लोगों ने लूटपाट करने व जान से मारने की नियत से कई घरों में घुस कर दो मोटरसाइकिल तथा कॉस्मेटिक व परचून की दुकान में काफी तोड़फोड़ कर की, घरों के अंदर घुस कर हजारों की नगकी लूट ली। इसके अलावा इमरान पुत्र फरजंद निवासी डाडा जलालपुर के घर के अंदर घुस कर परिवार के साथ मारपीट करते हुए अलमारी का ताला तोड़कर उसमें रखी नगदी व सोने-चांदी के जेवर लूट लिए। घर में खड़ी तीन मोटरसाइकिल एक कार और एक ई-रिक्शा को सड़क पर डालकर उसमें आग लगा दी जिससे वह जलकर राख हो गई। वही यह शरारती तत्व अपने हाथों में लिए हथियारों से फायर भी करते रहे, जिससे इमरान का परिवार पूरी तरह भयभीत हो गया। असीम को गंभीर चोटें आई हैं और उसके दोनों हाथ गट्टे से तोड़ दिए गये है। असमाजिक तत्व ने मुस्लिम समाज के व्यक्तियों को धमकी दी है कि या तो वह सब अपना धर्म परिवर्तन करके हिंदू बन जाए नहीं तो यह गांव छोड़कर चले जाएं और अगर ऐसा नहीं हुआ तो सबको घरों के अंदर ही जला कर मार देंगे इस कारण से मुस्लिम समाज के व्यक्तियों में भय और असुरक्षा का माहौल उत्पन्न हो गया है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद उत्तराखण्ड के एक प्रतिनिधिमंडल ने डाडा जलालपुर व डाडा पट्टी का दौरा किया तो यह तथ्य सामने आये, इन सभी तथ्यों से आपको अवगत कराते हुए जमीयत उलेमा-ए-हिंद उत्तराखण्ड आप महोदय से निम्न मांग करती है। डाडा जलालपुर मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। धार्मिक उन्माद फैलाने वाले उल्लेखित लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिये सक्षम अधिकारी को आदेशित किया जाए। देहरादून, नैनीताल व हरिद्वार में ऐसे ही कई मामले सामने आ चुके है, इस संबंध में उचित दिशा-निर्देश जारी किये जाऐ, ताके यह असमाजिक तत्व प्रदेश की शांत फिजाओं में जहर घोलने से बाज आ सके। डाडा जलालपुर व डाडा पट्टी में जिन लोगों के घरों व सामान का नुकसान हुआ है, उनहे उचित मुआवजा दिया जाए। प्रदेश भर के शहरो, कस्बो व गावों में अमन कमेटियों का गठन किया जाए, इन कमेटियों में सभी धर्माे के गणमाननीय लोगों को शामिल किया जाए। 2 या 3 मई 2022 को प्रदेश में ईद-उल-फितर का त्यौहार मनाया जाएगा, इस दौरान ईदगाहो, मस्जिदों में बड़ी संख्या में नमाजी शामिल होंगे, ईद की नमाज के दौरान सुरक्षा व्यव्स्था के पुख्ता इंतजामात किये जाए। प्रदेश में कही भी कोई भी धार्मिक यात्रा निकाली जाए तो उसका मार्ग तय किया जाए, लाठी-डंडों, तलवारों, तमंचों, रायफलों व अन्य हथियारों के साथ किसी भी यात्रा को निकाले जाने की इजाजत न दी जाए। सोशल मीडिया में गलत प्रचार करने, धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले संदेश प्रसारित करने वालों पर उचित कार्रवाही की जाए। ज्ञापन प्रेषित करने वालों में जमीयत के प्रदेश महासचिव मौलाना शराफत कासमी, प्रदेश सचिव मौलाना अब्दुल मन्नान कासमी, महानगर अध्यक्ष, देहरादून मुफित राशिद मिफताही, महानगर महासचिव देहरादून खुर्शीद अहमद, जिला उपाध्यक्ष, देहरादून मास्टर अब्दुल सत्तार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ शमशाद अहमद, मंसब अली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, सरफराज अहमद प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, मौहम्मद शाहनजर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, सलीम शाह सदस्य, महानगर देहरादून आदि मौजूद रहे।