“ठिठुरती रात में माँ की ममता और पुलिस की संवेदनशीलता — खोई बच्ची को मिला केदारनाथ में अपनों का प्यार”
📍 केदारनाथ, जनपद रुद्रप्रयाग | 22 मई 2025
बारिश, अंधेरा, हज़ारों श्रद्धालु — और उस भीड़ में खो गई तीन साल की मासूम बच्ची।
लेकिन जिस जगह को लोग “भगवान शिव की भूमि” कहते हैं, वहां ममता की एक और मिसाल बनी रुद्रप्रयाग पुलिस, जिसने अपने संवेदनशील और मानवीय प्रयासों से बच्ची को उसकी माँ से मिलवा दिया।

🌧️ चुनौतीपूर्ण यात्रा में एक मासूम खो गया…
श्री केदारनाथ धाम की दुर्गम यात्रा, जहां श्रद्धालु 16 किमी की खड़ी चढ़ाई पार करते हैं, मौसम का मिजाज कभी भी पलट सकता है। ऐसा ही कुछ उस रात हुआ।
बारिश और ठंड में एक नेपाली पिट्ठू वाला पुलिस चौकी पहुंचा — उसकी गोद में करीब 3 साल की बच्ची, जो बस “आई… बाबा…” कहे जा रही थी।
🧣 रुद्रप्रयाग पुलिस की ममता
रात्रि करीब 10:15 बजे, पुलिस ने तुरंत बच्ची को गरम टोपी, कंबल और हीटर से गर्म रखने की व्यवस्था की। बच्ची बेहद सहमी हुई थी, कुछ बोल नहीं पा रही थी।
बिस्किट और पानी दिया गया, और थोड़ी देर बाद वह मासूम बच्ची वहीं सो गई।
लेकिन असली चुनौती अब शुरू हुई — इस बच्ची के माता-पिता कहां हैं?
🚓 टीम बनी, रात की बारिश में तलाशी शुरू
पिट्ठू वाले ने बताया कि वह बच्ची को बारिश में पीछे छूटे परिजनों की ओर से लेकर आया था, पर वह खुद उन परिजनों से बिछुड़ गया था।
पुलिस ने बच्ची के फोटो व्हाट्सऐप ग्रुप्स और स्थानीय अनाउंसमेंट सिस्टम के ज़रिए वायरल किए।
टीम को बेस कैंप, मंदिर परिसर और रुद्रा प्वाइंट के विभिन्न इलाकों में भेजा गया।
हर आने-जाने वाले श्रद्धालु से पूछताछ की गई। उम्मीद थी कि कहीं कोई माँ-पिता इस बच्ची को ढूंढते होंगे।
❤️ दो घंटे की मेहनत, एक परिवार की मुस्कान
करीब रात्रि 12 बजे, पुलिस की मेहनत रंग लाई।
बच्ची के माता-पिता, जो खुद बदहवास होकर उसे ढूंढ रहे थे, पुलिस चौकी पहुंचे।
मां भारती देवी, जैसे ही अपनी बेटी भाविका उर्फ स्वीटी को सकुशल सोता देखती हैं — उनकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं लेते।
बच्ची की मां ने बताया कि बारिश की वजह से वो खुद भी चल नहीं पा रहे थे, इसलिए मजबूरन बच्ची को पिट्ठू वाले को सौंपा था, लेकिन फिर संपर्क टूट गया।
रुद्रप्रयाग पुलिस ने भाविका को उसकी मां के सुपुर्द किया और इस मिशन को मानवीय संवेदनशीलता की मिसाल बना दिया।
📢 रुद्रप्रयाग पुलिस को माँ ने कहा — “आप भगवान से कम नहीं”
भावुक माता ने पुलिस का तहेदिल से धन्यवाद किया और कहा कि अगर पुलिस समय रहते सक्रिय न होती, तो पता नहीं क्या हो जाता।
