देहरादून। गांधी जयंती के अवसर पर देहरादून के शिक्षित छात्रों के संगठन मेकिंग ए डिफरेंस बाय बीइंग द डिफरेंस (मैड) संस्था की ओर से रिस्पना के उद्गम स्थल शिखर फॉल क्षेत्र में सफाई अभियान चलाया गया। कोरोना के प्रकोप को ध्यान में रखते हुये मैड संस्था के 7 सदस्य ही इस अभियान में शामिल हुए और सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क का प्रयोग करते हुए यह सफाई अभियान पूर्ण किया गया।
शिखर फॉल रिस्पना नदी का मुख्य उद्गम क्षेत्र हैं, परंतु यहां कूड़े की समस्या दिन प्रतिदिन जटिल होती जा रही है। संस्था के सदस्यों को सफाई अभियान के दौरान भारी मात्रा मे प्लास्टिक के साथ-साथ पटाखों के अवशेष भी मिले। संस्था के सदस्यों ने बताया की ऐसे क्षेत्रों में पटाखों को जलाना वहां रह रहे वन्यजीवों के लिये हानिकारक हैं, प्रशासन को ऐसे कृत्यों पर स्वयं संज्ञान लेते हुए उचित प्रबंध करने चाहिए। संस्था ने यह भी बताया ऐसे क्षेत्रों में कूड़े की समस्या ज्यादातर आस-पास में बनी अंसख्य दुकानों और निर्माण कार्यों के कारण है। मैड संस्था विगत 9 वर्षों से रिस्पना पुनर्जीवन के लिए कार्यरत रही है, और समय-समय पर प्रशासन से यह भी मांग करती आई है कि, शिखर फॉल्स जैसे क्षेत्रों पर हो रहे निर्माण कार्यों पर तुरंत रोक लगा दि जाये। इकट्ठा किए गए कूड़े को संस्था के सदस्यों द्वारा स्वयं ही पूरी सावधानी के साथ निस्तारित किया गया। इस अभियान में संस्था की ओर से आर्ची बिष्ट, शुभम गांधी, खुशबू नेगी, आशुतोष, सौरभ उपाध्याय,अनूप और अवी शामिल हुए।