उत्तराखंड कांग्रेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने दिवंगत पत्रकार विक्रम जोशी के परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की
धीरेंद्र प्रताप गाजियाबाद
गए, दिवंगत पत्रकार विक्रम जोशी के परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की उत्तराखंड सरकार के पूर्व मंत्री और राज्य कांग्रेस के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप आज गाजियाबाद के विजयनगर स्थित दिवंगत पत्रकार विक्रम जोशी के आवास पर गए उन्होंने दिवंगत पत्रकार के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इस मौके पर उनके साथ गाजियाबाद नगर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नरेन्द्र भारद्वाज और कांग्रेस जिला अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष जितेंद्र गौड़ भी मौजूद थे।
हरीश असवाल

इस मौके पर दिवंगत विक्रम जोशी की पत्नी उनकी बहन उनके भाई और बच्चों से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि विक्रम जोशी की जिस तरह से नृशंस हत्या की गई है। यह योगी आदित्यनाथ की सरकार के नाम पर कलंक है। उन्होंने हत्यारों की गिरफ्तारी और ₹1000000 की सहायता को अपर्याप्त बताते हुए कहा कि रुपयों की कोई भी मात्रा किसी परिवार के व्यक्ति को लौटाने का काम नहीं कर सकती ।उन्होंने एक पत्रकार की कीमत मात्र 1000000 रुपए आंकने को भी गलत बताया और कहा कि उनके परिवार को कम से कम 2500000 रुपए की सहायता मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है और यही कारण है कि अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं ।उन्होंने कानपुर में भी पहले पुलिसकर्मियों और बाद में विकास दुबे हत्याकांड में राजनेताओं और अन्य असामाजिक तत्वों के गठजोड़ को आम आदमी के जीवन के लिए खतरा बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की कि वे राज्य में कानून के शासन की व्यवस्था करें व सरकारी कर्मचारियों में व अपराधियों में भी गलत काम करते पाए जाने पर भय पैदा करने का काम करें ताकि यदि वे ठीक काम नहीं करेंगे तो उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी ।उन्होंने पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या के लिए गाजियाबाद की लापरवाह और निर्लज्ज पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा की सरकार को चाहिए समाज में भ्रष्टाचार और अपराध को बेनकाब करने वाले पत्रकारों और पुलिसकर्मियों को भी सीमा पर शहीद होने वाले सैनिकों की तरह ही सम्मान मिलना चाहिए और यदि उनकी हत्याएं होती हैं तो उनकी बड़े पैमाने पर सहायता होनी चाहिए और उनके परिवारों को गैस एजेंसियां पेट्रोल पंप और अन्य सरकारी सुविधाएं, धन की सहायता के अतिरिक्त मिलनी चाहिए ।
