मुख्यमंत्री ने सरस्वती विद्या मंदिर मांडूवाला में छात्रावास का किया शिलान्यास
शिक्षा, संस्कृति और राष्ट्रनिर्माण के संकल्प के साथ विद्यार्थियों को मिला नया उपहार
देहरादून, 20 मई –
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मांडूवाला स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में छात्रावास भवन के शिलान्यास कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने छात्रावास निर्माण को छात्रों के “सर्वांगीण विकास का सशक्त माध्यम” बताते हुए कहा कि इससे विद्यार्थियों को बेहतर आवासीय सुविधा के साथ शिक्षा व संस्कार का एक मजबूत आधार मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने विद्यालय के छात्रों को 10वीं व 12वीं कक्षा की परीक्षा में शत-प्रतिशत सफलता पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह सफलता केवल परिश्रम ही नहीं, बल्कि विद्यालय में दी जा रही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का भी प्रमाण है।

“शिक्षा व्यवस्था में हो रहा ऐतिहासिक बदलाव” – मुख्यमंत्री धामी
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में शिक्षा प्रणाली को नये आयाम मिल रहे हैं।
🔹 उत्तराखंड पहला राज्य बना जिसने नई शिक्षा नीति को लागू किया।
🔹 प्रदेश में 141 पीएम श्री स्कूल और नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय बनाए जा रहे हैं।
🔹 500 से अधिक स्कूलों में वर्चुअल क्लासरूम की सुविधा शुरू हो चुकी है।

विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए भारत भ्रमण योजना
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि 10वीं और 12वीं के मेधावी छात्रों को अब भारत भ्रमण पर भेजा जा रहा है, ताकि वे देश की विविधता और विकास से जुड़ सकें। साथ ही, मुख्यमंत्री मेधावी छात्रवृत्ति योजना से छठी से 12वीं तक के छात्रों को लाभ मिल रहा है।
खेल और संस्कृति को शिक्षा से जोड़ने की पहल
🔸 8 वर्ष की उम्र से प्रतिभावान खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति
🔸 राष्ट्रीय खेलों में 100 से अधिक पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने की ऐतिहासिक पहल
🔸 राज्य भर में स्टेडियम और खेल सुविधाओं का निर्माण
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार शिक्षा के साथ-साथ खेल और संस्कार आधारित संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
विद्या भारती: शिक्षा और संस्कार का संगम
मुख्यमंत्री ने विद्या भारती द्वारा संचालित 12,000 विद्यालयों की सराहना करते हुए कहा कि यहां 35 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं न केवल आधुनिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं बल्कि उनमें राष्ट्रभक्ति, सेवा, संस्कृति और नैतिक मूल्यों का विकास भी हो रहा है।
कार्यक्रम में रही गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर
🔹 श्री सुरेश सोनी (अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल सदस्य),
🔹 राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल,
🔹 विधायक श्री सहदेव पुंडीर,
🔹 डॉ. सुषमा अग्रवाल,
🔹 दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल,
🔹 नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नीरू देवी,
🔹 बाल आयोग अध्यक्ष गीता खन्ना समेत अनेक विशिष्ट जन उपस्थित रहे।
〽️ Meru Raibar की विशेष टिप्पणी:
सरस्वती विद्या मंदिर जैसे संस्थान न केवल शिक्षा का केंद्र हैं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की नींव भी हैं। मुख्यमंत्री धामी की यह पहल राज्य को संस्कार और शिक्षा के पथ पर और मजबूत करेगी।