देहरादून। आज आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने उत्तराखंड में पिछले 21 सालों में हुई दुर्दशा पर दोनों राजनैतिक दलों बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर हमला किया। आप प्रवक्ता ने कहा दोनों ही दलों ने पिछले 21 सालों में प्रदेश को दुर्दशा की राह पर चलाते हुए विकास से कोसों दूर कर दिया। दोनों ही दलों को उत्तराखंड की जनता ने बारी बारी सेवा का मौका दिया लेकिन दोनों ही पार्टियों ने उत्तराखंड की जनता के साथ छलावा किया। उन्होंने कहा चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों दल कभी भी उत्तराखंड के विकास को लेकर ,यहां के लोगों की बेहतरी को लेकर कोई नीति नहीं बना पाए जिसके चलते,उत्तराखंड बने पिछले 21 सालों में आज भी बेरोजगारी चरम पर है, स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के बुरे हाल हैं। शिक्षा के हालत बद से बदतर हो गए। अगर विकास हुआ तो राजनैतिक दलों और उनसे जुड़े नेताओं का जो, सीधे तौर उत्तराखंड के लोगों के हकों पर बंदरबांट का मामला है।
प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए आप प्रवक्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता कल 21 वें स्थापना दिवस पर ,सूबे के 70 विधानसभा क्षेत्रों में प्रदर्शन करेंगे और पिछले 21 सालों में सूबे की जनता के साथ हुए अत्याचार और छलावा को लेकर जनता के 21 सवालों को लेकर सरकार से सवाल पूछेगी। आप कार्यकर्ता राज्य बने 21 साल पूरे होने पर 21 सवाल कल अपने प्रदर्शन के दौरान दोनों राजनैतिक दलों से पूछेगी। इसके अलावा कल आप सीएम प्रत्याशी कर्नल अजय कोठियाल मसूरी में शहीद स्थल जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे और इस दौरान वो पिछले 21 सालों में दोनों ही राजनैतिक दलों की गैरजिम्मेदारी को लेकर एक चार्जशीट भी जारी करेंगे।
इस दौरान ,आप प्रवक्ता ने कहा कि शहीदों ने जिन सपनों को लेकर उत्तराखंड राज्य का निर्माण का सपना देखा था अगर आज भी वो ऊपर से देखते होंगे तो रोते होंगे। उन्होंने कहा उत्तराखंड के लोगों,महिला शक्ति,युवा,बुजुर्गों ने यहां के लोगों के बेहतर जीवन के लिए सपना देखा,अपनी शहादत दी लेकिन आज भी हालत बदले नहीं जिसके लिए दोनों ही राजनैतिक दलों के लोग और मुखिया जिम्मेदार हैं।उन्होंने बीजेपी पर भी आरोप लगाते हुए कहा,सत्ता के नशे में पिछले पांच सालों में बीजेपी ने मुख्यमंत्री बदलने के अलावा कोई काम नहीं किया,बेरोजगारी में उत्तराखंड पहले स्थान पर काबिज हो गया,यहां की मातृशक्ति पर लाठी चार्ज किया,बेरोजगार लोग सड़कों पर रोजाना प्रदर्शन कर रहे जो सीधे तौर पर उत्तराखंड की पिछले 21 सालों की दुर्दशा और दोनों राजनैतिक दलों की कारगुजारियां बताने के लिए काफी है।