विपक्ष का नए संसद भवन के बहिष्कार की सोच अमर्यादित और संवैधानिक मूल्यों का अपमानः चौहान

Share Now

देहरादून। भाजपा ने विपक्षी दलों द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों का घोर अपमान बताया है। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी विरोध में सभी हदें पार करते हुए लोकतंत्र के मंदिर के विरोध पर भी उतर आई है। उन्होंने कहा कि विगत 9 सालों में विपक्ष ने संसदीय प्रक्रियाओं पर कोई ध्यान नहीं दिया और संसद के सत्रों को बाधित करने के साथ वॉकआउट किया। संसद के प्रति विपक्ष का यही घोर अनादर उनके संकीर्ण मानसिकता को उजागर करने को पर्याप्त है। कांग्रेस का यह आचरण लोकतंत्र के लिए अवमानना जैसा है।
श्री चैहान ने कहा कि विपक्ष का संसद के सम्मान से जुड़े इस विषय पर राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है और और इस पूरे मसले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लाने की मंशा उसकी निम्न स्तर की राजनीति का हिस्सा है। इसके अलावा उसका यह कृत्य एससी, एसटी, आदिवासी समाज और संवैधानिक प्रमुख का सीधा अपमान है। इस नए संसद भवन को 60 हजार श्रमयोगियों ने रिकॉर्ड समय में बनाया है, जिनका प्रधानमंत्री इस मौके पर सम्मान भी करेंगे। चैहान ने इसे राजनीति से जोड़ेने की कोशिस बताते हुए इसे संविधान के विरुद्ध अमर्यादित सकता है। कांग्रेस हर रचनात्मक और विकास कार्य मे किसी न किसी तरह से रोड़े अटकाने की कोशिश करती रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को राजनैतिक उद्देश्यों के लिए प्रत्येक विषय पर विवाद खड़ा करने की आदत छोडनी चाहिए और सकारात्मक राजनीति कर राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!