दिन दहाड़े सुवर का हमला ।
जानवरो की छानी में महिला पर हमला।
सुंवर का मीट खाने से पागल हो रहे कुत्तो से ग्रामीणों की बढ़ी चिंता।
गिरीश गैरोला।
उत्तरकाशी मुख्यालय से लगे गाँव मे ग्रामीण महिला पर सुंवर ने भरी दोपहरी में हमला कर दिया। शोर सुनकर ग्रामीण मौके पर आए और निजी वाहन से महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
बॉन गाव की झूमा देवी जिनकी उम्र करीब 60 वर्ष है , गांव के पास अपनी अस्थायी भवन जिसे छानी कहा जाता है में गयी थी कि अचानक वहाँ सुंवर ने हमला कर महिला के दोनों हाथों को बुरी तरह काट दिया।महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
गांव के ही प्रकाश ने बताया कि गाँव के पास सुंवर बड़ी तादाद में धूमते है और ग्रामीनों पर हमला करते है। कुछ समय पहले भी एक महिला हमलें की शिकार हुई थी। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले ग्रामीणों ने जंगल मे मृत सुंवर का मीट खाया था साथ ही गाँव के कुत्तो ने भी मीट खाया था तब से लेकर गांव के कुत्तो में अजीब तरह की बीमारी हो रही है और वे आक्रामक होकर ग्रामीणों को ही काट रहे है। कुत्तो को पागल होने की आशंका से ग्रामीणों ने तीन चार कुत्तो को मार भी दिया है। अब ग्रामीणों को आशंका है कि सुंवर का मीट खाने का ग्रामीणों पर भी कोई असर हो सकता है।
जिला अस्पताल में आपातकालीन सेवा में तैनात डॉ अमन अग्रवाल ने बताया कि सुंवर के हमले के बाद भर्ती महिला का इलाज किया जा रहा है। सुंवर का मीट खाकर कुत्तो की आक्रामकता पर उन्होंने कहा कि पागल होने पर कुत्ता एक निश्चित अंतराल में खुद ही मर जाता है किन्तु इस दौरान पागल कुत्ते से दूर रहने की सलाह दी जाती है। उन्होंने कहा कि सुंवर की मीट खाने वाले ग्रामीणों को बीमारी के लक्ष्मण दिखने से पूर्व ही तत्काल अस्पताल आकर इलाज करवाना चाहिए।
वन विभाग के रेंज अफसर बुद्धि सिंह राना ने बताया कि पीड़ित परिवार को मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद सरकारी मदद दी जाएगी। गांव के पास सुंवर की बढ़ती तादाद पर उन्होंने कोई जानकारी नही होनेकी बात कही।
घायल महिला के परिजनों ने भी स्वीकार किया कि गाँव मे कुत्तोँके अजीब ब्यवहार के बाद कुछ कुत्तो की मौत हो चुकी है।
डीएफओ संदीप कुमार ने बताया कि हाथी की तरह सुंवर भी अपनी टेरिटरी में किसी अन्यंकि मौजूदगी पर अपनी सुरक्षा में हमला कर देते है। वन्य जानवरो से सामान्य घायल होने पर 15 हजार , गंभीर घायल होने पर 50 हजार ,आशिंक अपंग होने पर एक लाख , पूर्व रूप से अपंग होने पर दो लाख और मौत होने पर तीन लाख रु मुवावजे के रूप में दिए जाने का प्राविधान है। उक्त धनराशि का 30 प्रतिशत अग्रिम भुगतान पीड़ित परिवार को इलाज के लोए कर दिया जाता है।
https://youtu.be/JKnudvMUlOo