खबर का असर -बैक फुट पर सरकार
एसडीएम के ट्रांसफर लिष्ट में हुआ संसोधन।
पहाड़ी देवदार और मैदानी आम की चलाई थी खबर।
गिरीश गैरोला।
मेरु रैबार को जनता से मिले भारी समर्थन के बीच उत्तराखंड सरकार बैक फुट पर आने को मजबूर हुई।
और खबर चलने के तुरंत बाद अगले ही दिन ट्रांसफर लिष्ट में संसोधन का पत्र भेज दिया गया जिसमें कुछ पहाड़ी ठंडक लिए देवदार अब मैदानी आम का लुफ्त ले सकेंगे। बाबजूद इसके राजधानी देहरादून में अतिरिक्त अधिकारियों की भीड़ जमा हो गयी जबकि उत्तरकाशी जैसे कुछ पहाड़ी जिले के हिस्से कोई नही आया, अर्थात कुछ देवदार तो आम में तब्दील हुए किन्तु आम को देवदार की ठंडक पसंद नही आई।
कार्मिक एवं सतर्कता विभाग देहरादून से 1 मार्च को ट्रांसफर की संसोधित लिष्ट जारी हुई।
इससे पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा एवं राज्य सिविल सेवा के 43 अधिकारोयो की जो लिष्ट जारी हुई थी उसमें लोक सभा चुनाव 2019 को देखते हुए एसडीएम और एडीएम स्तर के अधिकारियों के ट्रांसफर किये गए थे किंतु इसमें ऊंची पहुँच को आसपास सुगम स्थानों में शिफ्ट किया गया था जबकि सुदूर पहाड़ी इलाको में तैनात अधिकारियों को फिर राज्य के दूसरे कोने पर दुर्गम में भेजा गया था।
पहाड़ी देवदार और मैदानी आम के नाम से वायरल खबर का संज्ञान लेते हुए वर्षो से पहाड़ो में सेवा दे रहे अधिकारियों पर मेहरबानी दिखाते हुए उन्हें मैदानी आम खिलाने के बंदोबस्त किया गया किन्तु आम खाने के आदि हो चुके अधिकारोयो को पहाड़ी देवदार की ठंडक में एडवैंचर करने के सरकारी मशीनरी फिर भी नाकाम रही।