रघुवंश दुबे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 29 दिसंबर को होने वाली सभा को लेकर पुलिस प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है। कार्यक्रम का फासला कम होने के कारण पुलिस और प्रशासन के अधिकारी दिन भर ग्राउंड पर तैयारियों में लगे है।
सभा स्थल के आसपास के लोगों के घरों पर दूसरे दिन भी चेकिंग की गई। साथ ही पुलिस का पहरा ग्राउंड के पास की बस्ती पर बढ़ा दिया गया है। सभा को देखते हुए सत्तारुढ़ दल के नेताओं ने आसपास क्षेत्र को होर्डिंग से पाट दिया है। इस बीच कार्यक्रम स्थल पर टेंट आदि लगाने का काम पूरे दिन चला। जो 19 ब्लाक बनाए गए हैं। सभी में सुरक्षा के मद्देनजर फोर्स और अधिकारियों की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है। इसके साथ ही यहां पर ब्लाकों में कुर्सियों की खेप भी मगा ली गई है। रात में भी यहां पर तैयारियां चलती रही। वहीं प्रशासनिक अधिकारियो ने आवास विकास ग्राउंड में पहुंचकर हेलीपैड के लिए जगह देखी।
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां 29 दिसंबर को 196 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात देंगे। इसमें 65 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास होगा। शेष परियोजनाओं का मुख्यमंत्री के हाथों लोकार्पण होगा। पंचायती राज, पीडब्ल्यूडी समेत कई विभागों की परियोजनाएं इसमें शामिल हैं।मुख्यमंत्री का 29 दिसंबर को कार्यक्रम तय माना जा रहा है।
कमिश्नर, आईजी के निरीक्षण के बाद यहां पर जिलाधिकारी के निर्देश पर कार्यक्रम की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। कार्यक्रम स्थल क्रिश्चियन इंटर कालेज में टेंट, कुर्सियां आदि लगाने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। विधानसभा चुनाव की अधिसूचना आने के ठीक पहले आ रहे मुख्यमंत्री की घोषणाओं को लेकर यहां लोग ढेरों उम्मीदें लगाए हैं।
प्रशासन की ओर से जिस तरीके से शिलान्यास और लोकार्पण करने वाली परियोजनाओं की सूची तैयार की है। उससे नहीं लगता कि कोई बड़ी एक परियोजना जिले को मिल सकती है। वैसे लोग यहां पर मड़ैयन घाट पुल कमालगंज, आलू आधारित उद्योग, कताई मिल के पुर्नजीवन की आस लगाए हैं। प्रशासन की ओर से जो सूची तैयार की गई है उसमें 100 ऐसी परियोजनाएं शामिल हैं जिसका मुख्यमंत्री लोकार्पण करेंगे। इन परियोजनाओं की लागत 130.89 करोड़ है। जबकि 65.33 करोड़ की 74 परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा।
जिला अधिकारी संजय सिंह ने बताया कि कुल 174 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास होगा। जो कि करीब 200 करोड़ की हैं।पुलिस अधिक्षक अशोक कुमार मीणा ने बताया 1200 के करीब पुलिस फोर्स 2 पीएसी बटालियन व कई एएसपी, सीओ सुरक्षा ब्यवस्था मे लगाये जायेगे तो वही सुरक्षा को देखते हुए रूट डायर्वजन किया जायेगा।