उत्तरप्रदेश – प्रयागराज जिला के मेजा तहसील अंतर्गत वन क्षेत्र चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी अपने बकाया भुगतान को लेकर लंबे समय से धरने पर बैठे हैं | अभी तक अस्थायी कर्मियों का वेतन तीन तीन महीने के अंतराल पर निकलता रहता था, इस बीच डीएफ़ओ के आदेश पर मेजा तहसील के अंतर्गत कार्यरत कर्मियों के वेतन का पैसा दूसरे रेंज अधिकारी के हस्ताक्षर से निकलवा कर अन्यत्र खर्च कर लिया गया है, जिस कारण मेजा वन क्षेत्र चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी विगत दो वर्षो से बिना वेतन के काम कर रहे है |
अस्थायी वन श्रमिक वन कार्यालय मे लंबे समय से धरणे पर बैठे है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है | दूरभास से संपर्क करने पर रेंज अधिकारी ने स्वीकार किया कि वन श्रमिकों को वेतन न देकर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है कितौ इस मामले मे डीएफ़ओ से दूरभास पर भी संपर्क नहीं हो सका |
दैनिक श्रमिक कर्मचारी संघ प्रयागराज के महामंत्री भूपेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि करीब 46 सुरक्षा कर्मी वर्ष 2000 से अस्थाई तौर पर काम कर रहे हैं|
श्रमिकों को प्रतिदिन ₹201 की दर से भुगतान किया जाता है पिछले 6 मई 2021 से वन कार्यालय में ताला लगा कर धारणा जारी है श्रमिकों ने मांग की है कि उन्हे नगद भुगतान कि बजाय खातो मे भुगतान किया जाय |
इस पूरे मामले को डीएम से लेकर सीएम तक लिखित शिकायत भी कि गयी है |
मेजा रेंज अधिकारी केके पांडे का कहना है कि हमसे साइन न कराकर कोराव के रेंजर से साइन कराया गया निश्चित तौर पर चतुर्थ श्रेणीयो के कर्मचारियों के साथ अन्याय किया जा रहा है |
इस मामले को लेकर हमने डीएफओ से बात करनी चाही तो उनका फोन नहीं उठा ऑफिस के कर्मचारियों ने कहा कि अभी वह नए हैं उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है