देहरादून। राजधानी दून में चल रहे स्मार्ट सिटी कार्यो के प्रति प्रशासन कितनी चैकसी बरत रहा है इस बात की पोल राजधानी में दो दिन से हो रही बरसात ने खोलकर रख दी है। दून की सड़कों पर जहंा जलभराव हो रहा है वहीं नालियंा चोक होने की वजह से जहंा तहंा पानी के तालाब बने हुए है। जिससे आम जन हैरान व परेशान है कि क्या यही है स्मार्ट सिटी के कार्य।
राजधानी देहरादून को जब केन्द्र सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी बनाने की योजना बनाई गयी थी तब यहंा के लोगों को लगा था कि शायद अब राजधानी देहरादून का कायापलट होने वाला है। लेकिन जब से दून में स्मार्ट सिटी की कार्ययोजना धरातल पर आई है यहंा की सड़कों के बुरे हाल होना शुरू हो गये।
स्मार्ट सिटी कार्यो को देख रहे सम्बन्धित विभाग आपस में तालमेल की कमी से अपने कामों को सही ढंग से अंजाम नहीं दे पा रहे है। कहीं सड़कें चैड़ीकरण के बाद उनमें नाली बनाने व बिजली के खम्बे लगाने के लिए उन्हे खोद कर छोड़ दिया जा रहा है तो कहीं बनी बनाई सड़कों को पेयजल व सीवरलाइन बिछाने केे नाम पर उन्हे खोदा जा रहा है। यहंा ट्टकरेला और नीम चढ़ा’ वाली कहावत इसलिए चरितार्थ हो रही है कि जब इन सड़कों को खोदकर छोड़ दिया जा रहा है तब उसके बाद इन सड़कों को सहीं नही किया जा रहा है। जिससे सड़कों पर गढ्ढे ही गढ्ढे हो गये है और इनमें थोड़ी सी बरसात होते ही जलभराव हो रहा है। हालांकि अभी बरसात के मौसम अभी दूर है लेकिन अगर दून की सड़कों के यही हाल रहे तो बरसाती मौसम में यहंा लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।