हरिद्वार। सिडकुल धनोरी मार्ग से सलेमपुर सुमन नगर के लिए बनी चकरोड को क्षतिग्रस्त कर देने का मामला सामने आया है। आमजन का आरोप हैकि वन प्रभाग के रेंजर ने दबंगई दिखाते हुए चकरोड को जेसीबी से खुदवाकर क्षतिग्रस्त कर डाला, जिस वजह से आमजन के समक्ष आवाजाही की दिक्कत आ खड़ी हुई है।
आमजन का आरोप है कि निजी स्वार्थ के कारण ही रेंजर ने चकरोड का क्षतिग्रस्त किया है। इस संबंध में रेंजर की शिकायत डीएफओ मयंकर शेखर झा से भी की गई है। गुरुवार को वन प्रभाग की हरिद्वार रेंज के रेंजर दिनेश नौडियाल ने अपने सहकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचकर जेसीबी की मदद से चकरोड को क्षतिग्रस्त कर दिया। मौके पर पहुंचे आमजन ने जब इसका विरोध किया तब रेंजर ने उनकी एक सुनी। आमजन ने रेंजर को यह भी बताया कि इस टिहरी विस्थापित पुनर्वास के नक्शे और सज़रे में यह चकरोड अंकित चली आती है और इस रोड को उन्होंने ही चलने योग्य बनाया है। आमजन ने रेंजर को यह भी बताया कि उन्होंने वन संपदा को नुकसान नहीं पहुंचाया है न ही कोई पेड़ काटे हैं। ऐसे में चकरोड को क्षतिग्रस्त करना ठीक नहीं है लेकिन रेंजर ने चकरोड का खुदवाकर आवाजाही बंद कर दिया। रेंजर पर हठधर्मिता का आरोप लगाते हुए आमजन डीएफओ मयंक शेखर झा से मिले, जिन्हें बताया कि उक्त इस रास्ते पर पुनर्वास एवं सिंचाई विभाग ने पानी की निकासी के लिए दो पुलिया भी बनाई गई है लेकिन रेंजर उनकी एक सुनने को राजी नहीं है।
रास्ता बंद होने से आमजन को खेतों पर आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। आरोप है कि विरोध करने पर रेंजर ने झूठे केस में फंसा देने की धमकी भी दी। डीएफओ से मिलने वालों में विकास त्यागी, अमनदीप राणा, सुल्तान, मनीष, मेहरबान अंसारी, शैलेंद्र गौड़, विजय, हर्ष चौहान, राकेश कुमार, मनव्वर शामिल रहे। इधर, पूछने पर रेंजर दिनेश नौडियाल ने भूमि वन विभाग होने की दावा करते हुए कहा कि भूमि पर अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा लेकिन रास्ते को जेबीसी से खोद देने के सवाल पर उनसे जवाब देते न बना।