सिर्फ ट्रैफिक चालान से नहीं, ट्रैफिक एजुकेशन से आएगा असली बदलाव

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छात्रों को मिला ‘सड़क सुरक्षा’ का ज्ञान – पुलिस की अनोखी कक्षा

“सड़क सुरक्षा, जीवन रक्षा” अभियान के तहत मनेरी के छात्रों ने सीखे ट्रैफिक नियम, जिम्मेदार नागरिक बनने की ली प्रेरणा

उत्तरकाशी में आज का दिन स्कूली छात्रों के लिए कुछ खास रहा। जहां आमतौर पर वे कक्षा में गणित और विज्ञान पढ़ते हैं, वहीं आज उन्हें जीवन से जुड़ा ऐसा पाठ पढ़ाया गया जो हर नागरिक के लिए अनिवार्य है — सड़क सुरक्षा का पाठ।

पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी महोदया के निर्देशन में चलाए जा रहे जनजागरूकता अभियान के अंतर्गत यातायात निरीक्षक श्री संजय सिंह रौथाण के नेतृत्व में यातायात पुलिस की टीम ने पी.एम. श्री राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज, मनेरी में “सड़क सुरक्षा, जीवन रक्षा” नामक कार्यक्रम का आयोजन किया।

कार्यक्रम के दौरान श्री रौथाण ने छात्र-छात्राओं को बताया:

🛑 ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग, ड्रंक एंड ड्राइविंग जैसे खतरे
🪖 हेलमेट और सीटबेल्ट की अहमियत
🏍️ बाइक स्टंटिंग और रैश ड्राइविंग से होने वाले जानलेवा परिणाम
📢 और सबसे अहम – गुड सेमेरिटन योजना के बारे में, जिससे आम नागरिक दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करके न केवल एक जान बचा सकते हैं, बल्कि उन्हें कानूनी सुरक्षा भी मिलती है।

छात्रों और शिक्षकों दोनों ने कार्यक्रम को सराहा और कई छात्रों ने कहा कि अब वे अपने परिवार व दोस्तों को भी सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करेंगे।


Meru Raibar की राय:

सिर्फ ट्रैफिक चालान से नहीं, ट्रैफिक एजुकेशन से आएगा असली बदलाव। उत्तरकाशी पुलिस का यह प्रयास न केवल सराहनीय है, बल्कि अनुकरणीय भी। अगर हर स्कूल में इस तरह के कार्यक्रम हों, तो सड़क हादसों में निश्चित रूप से कमी आएगी।


Meru Raibar – जनजागरूकता की आवाज, उत्तराखंड की बात

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