कोरोना संक्रमित मरीजों को गायत्री मंत्र और प्राणायाम से मिलेगी राहत , आधुनिक विज्ञान में अध्यात्म का शोध|
अमित कंडियाल
पुरे देश और दुनिया को हिलाकर रखने वाले कोरोना को लेकर कई तरह के शोध चल रहे है एक तरफ वैक्सीन और दवा पर रिसर्च चल रही है वही सनातनी परंपरा और आयुर्वेद के उपयोग को भी एलोपैथी उपचार के साथ उपयोग में लाया जा रहा है | अब आधुनिक विज्ञानं के साथ आध्यात्मिक विषयो को भी शोध में सामिल किया जा रहा है | एम्स ऋषिकेश में पारंपरिक दवा के साथ गायत्री मंत्र और प्राणायाम का प्रयोग कोरोना मरीजो पर किया जा रहा है | एक शोध में कई अलग ग्रुप में इसके उपयोग के बाद मरीजो पर दिखने वाले असर पर शोध किया जा रहा है| डॉ. रुचि ( शोधकर्ता चिकित्सक ) ने बताया कि जल्द ही इसके सार्थक परिणाम देखने को इल सकते है |
कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहें हैं। वहीं ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान कोरोना संक्रमित मरीजों की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास में लगा है। एम्स ऋषिकेश कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार से लेकर टेलीमेडिसिन सुविधा के जरिए कोरोना संक्रमित मरीजों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा देने में लगा है। जिससे मरीजों को बेहतर चिकित्सा लाभ भी मिल पा रहा है।
खास बात तो यह है कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में अब कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए गायत्री मंत्र और प्राणायाम पर शोध किया जा रहा है। उम्मीद है कि गायत्री मंत्र और प्राणायाम पर चल रहा शोध सकारात्मक होगा साथ ही शोध पूरा होने के बाद गायत्री मंत्र से कोरोना संक्रमित मरीजों को एक नया जीवन मिलने में सहायता मिलेगी।
डॉ. रुचि ( शोधकर्ता चिकित्सक )