covid 19 कि महामारी के दौरान लोगो को घरो में रहने का सन्देश देकर जिला प्रशासन खनन माफियो के लिए चिंतित दिखाई दे रहा है | कोठ्गी गाव के पास अलकनंदा नदी के पास गाव के पेय जल श्रोत और गौ चरान चुगान पर खनन पट्टा स्वीकृत किये जाने से नाराज ग्रामीण महिलाये और पुरुष covid गाइड लाइन को तोड़कर सड़क पर उतरने को मजबूर हो गए | इस दौरान जिला प्रशासन ने पुलिस फ़ोर्स कि बड़ी तादाद खाड़ी कर लोगो को डराने का प्रयास भी किया किन्तु ग्रामीणों ने खनन पट्टे के विरोध में आन्दोलन का मन बना लिया है |
एक और जहां राज्य सरकार समेत सभी का ध्यान कोविड़ महामारी से निपटने को लेकर है वहीं रूद्रप्रयाग प्रशासन इस महामारी में भी खनन माफियाओ के लाभ के समर्पित दिखाई दे रहा है | ऐसे में जहा प्रशासन की जिम्मेदारी लोगों को घरों में ही रहने के लिए समझाने कि थी वही प्रशासन की घोर लापारवाही के चलते सैकड़ो लोग सड़कों पर उतर आय,
विडियो में जो ये भीड आप प्रशासन के टीम के साथ चलते हुए देख रहे हैं ये रूद्रप्रयाग जिले के कोठगी गांव की है, जहां अलकनन्दा नदी के तट पर प्रशासन ने खनन पट्टा स्वीकृत किया था, जिसे लेकर हो रहे ग्रामीणों के विरोध को दबाने व ग्रामीणों को समझाने के लिए दर्जनों की संख्या में पुलिस प्रशासन की टीम कोठगी गांव पहुची जहां सैकड़ों की तादात में ग्रामीण खनन का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर आए ऐसे में प्रशासन की टीम को बैंरग लौटना पडा, पूरे मामले में अब भीड़ का विडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है ओर कांग्रेस पार्टी और उत्तराखंड क्रांति दल समेत आम लोग प्रशासन पर कोविड नियमो को तोड़ने का आरोप लगा रहे हैं।