देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच एवं संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में शहीद स्मारक पर मुजफ्फरनगर गोलीकाण्ड के शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किये। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच की पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार मुजफ्फरनगर काण्ड की बरसी पर न्याय की मांग को लेकर धिक्कार दिवस मनाया।
जगमोहन सिंह नेगी एव रविन्द्र जुगरान ने कहा कि आज राज्य बनने के 20 वर्षों बाद भी शहादतों को 26वर्षों के बाद भी न्याय नहीं मिला। किसी भी सरकार ने राज्य आन्दोलन के शहीदो को न्याय दिलाने के लिए कोई पैरोकारी नहीं है। ओमी उनियाल व प्रदीप कुकरेती ने कहा कि अंतिम क्षण तक हम राज्य हित में व न्याय के लिए संघर्ष जारी रहेगा। मातृशक्ति सुशीला बलूनी एवं कमला पंत द्वारिका बिष्ट के साथ ही विजय लक्ष्मी गुंसाई ने एक सुर में राज्य आन्दोलन के उस दौर को याद करते हुए कहा कि यदि हमारे जनप्रतिनिधि जरा भी ईमानदार होते तो खटीमा, मसूरी, मुजफ्फरनगर व करनपुर के शहीदों को न्याय की लड़ाई लड़ते और सपनों के उत्तराखण्ड को संवारते।
कार्यक्रम का संचालन पूरण सिंह लिंग्वाल व अध्यक्षता जगमोहन सिंह नेगी द्वारा की गई। आज श्रद्धांजली देने वाले में ओमी उनियाल, जगमोहन सिंह नेगी, प्रदीप कुकरेती,विजय जुयाल, डाक्टर अर्चना डिमरी,पुष्पलता सिल्माणा, रामेस्वरी बड़थ्वाल, विजय लक्ष्मी गुंसाई, कमला पंत, धर्मेन्दर रावत, राकेश नौटियाल, वेदा कोठारी, जीत्पाल बर्त्वाल आदि थे। वहीं इस दौरान डा. अर्चना डिमरी द्वारा रचित पुस्तक शोध ग्रंथ का शहीद राजेश रावत के पिता भूपाल सिंह रावत एवं करनपुर गोली काण्ड के शहीद राजेश रावत की माता आनंदी रावत के साथ वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी द्वारा विमोचन किया गया।