🔴480 ग्राम चरस, कैश और स्कूटी जब्त… पुलिस ने कहा – देवभूमि को जहरमुक्त करने का संकल्प
⚡ ओपनिंग
“बाबा भोले के नाम पर कांवड़ यात्रा… और उसी भीड़ में नशे का सौदागर!”
तपोवन की पवित्र गलियों में मंगलवार को एक ऐसा सच सामने आया जिसने सबको हिलाकर रख दिया। 29 साल का आकाश ठाकुर, देवभूमि को जहरीला बनाने की साजिश रच रहा था — लेकिन मुनि की रेती पुलिस की सख्ती के आगे उसकी एक न चली।

🚔 धामी सरकार की ड्रग्स के खिलाफ जंग:
उत्तराखंड सरकार “ड्रग्स-फ्री देवभूमि” का नारा लेकर मैदान में उतर चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के इस मिशन पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल आयुष अग्रवाल ने कमर कस रखी है।
एसएसपी आयुष अग्रवाल बोले:
“ये सिर्फ कानून का मामला नहीं, बल्कि हमारी भावी पीढ़ी को बचाने की लड़ाई है। ड्रग्स का धंधा किसी कीमत पर नहीं चलने देंगे!”
💰 1 लाख की चरस… बाबा के नाम पर धंधा:
तपोवन इलाके में चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस ने आकाश ठाकुर को रोका। तलाशी ली तो 480 ग्राम चरस, 4 हजार कैश और एक स्कूटी बरामद हुई। पूछताछ में आकाश ने चौंकाने वाला खुलासा किया —
आकाश ठाकुर का कबूलनामा:
“मैं चरस चमोली से बाबा से लाया था। इरादा था कांवड़ियों को बेचकर मोटा मुनाफा कमाने का।”
⚖️ एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज:
अब आकाश ठाकुर के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20/60 में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस उसके पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की भी तलाश कर रही है।
पुलिस टीम में तपोवन चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक प्रवीण रावत, हेड कांस्टेबल धर्मपाल, भीमदत्त और सौरभ रावत शामिल थे, जिन्होंने इस कामयाबी को अंजाम दिया।
🛑 देवभूमि को जहर से बचाने की लड़ाई:
चारधाम यात्रा और कांवड़ यात्रा जैसे आस्था के पर्वों में नशे का ज़हर घुलने की कोशिशें डरावनी हैं। लेकिन पुलिस और प्रशासन ने साफ कर दिया है —
“देवभूमि में नशे के सौदागरों के लिए कोई जगह नहीं!”
🙏 ड्रामेटिक एंडिंग
भक्ति की राह पर निकले कांवड़िए क्या कभी सोच सकते हैं कि उनके बीच ही कोई ‘बाबा के नाम पर जहर’ बेचने की फिराक में घूम रहा है?
सवाल यही है — आस्था की पवित्र धरती को नशे के इस अंधेरे से कौन और कैसे बचाएगा?
“क्योंकि देवभूमि का मतलब सिर्फ मंदिरों की घंटियां नहीं… बल्कि यहां की हवा भी पवित्र रहनी चाहिए।”
