जनसंवाद से समाधान तक: तहसील दिवस में उठी 129 जनसमस्याएं, डीएम ने दिए त्वरित कार्रवाई के निर्देश
पुरोला | संवाददाता विशेष
“जनता से सीधा संवाद, समस्याओं का समयबद्ध समाधान” — इसी संकल्प के साथ मंगलवार को तहसील दिवस का आयोजन पुरोला में हुआ, जिसमें जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट और क्षेत्रीय विधायक दुर्गेश्वर लाल की उपस्थिति ने आयोजन को और भी प्रभावी बना दिया।
ग्रामवासियों की भारी सहभागिता के बीच, तहसील दिवस में कुल 129 जनसमस्याएं दर्ज की गईं, जिनमें सड़क, पुल, सिंचाई, पेयजल, विद्युत प्रतिकर और अन्य विभागीय शिकायतें प्रमुख रहीं। जिलाधिकारी ने प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से सुना और अधिकारियों को मौके पर ही त्वरित, पारदर्शी और प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए।

फील्ड से फीडबैक, फौरन फैसले
सबसे अधिक चर्चा का विषय बना चन्देली के पास क्षतिग्रस्त पुल, जिससे लगभग 100 नाली कृषि भूमि की उपज प्रभावित हो रही है। ग्रामीण बलदेव सिंह रावत की इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को तत्काल प्रस्ताव तैयार कर पुल को निष्प्रयोज्य घोषित करने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार, पुरानी कॉलोनी में पैदल पुल निर्माण हेतु भी जल्द प्रस्ताव लाने को कहा गया, ताकि ग्रामीणों को मानसून से पहले सुरक्षित मार्ग मिल सके।
खेती-किसानी के हित में निर्देश
डॉ. बिष्ट ने कहा, “पुरोला क्षेत्र आलू, टमाटर, मटर और लाल चावल जैसी नगदी फसलों के लिए जाना जाता है।” उन्होंने सिंचाई विभागों को निर्देशित किया कि सभी नहरें और गुल क्रियाशील रखी जाएं और जहां कहीं क्षति हो, उसका तत्काल भौतिक सत्यापन कर प्रस्ताव भेजा जाए।

पेयजल से लेकर पैदल मार्ग तक हर शिकायत पर संज्ञान
- रौन से गुंदियाट गांव तक के पैदल मार्ग में अनियमितता की शिकायत पर एसडीएम पुरोला को जांच का आदेश।
- छाड़ा निवासी सुकेशी देवी की पेयजल समस्या पर जिलाधिकारी ने जल संस्थान को आदेश दिया कि “आज शाम तक घर में कनेक्शन हर हाल में उपलब्ध कराया जाए।”
जनभागीदारी से ही बनेगा समाधान का सेतु: विधायक दुर्गेश्वर लाल
विधायक ने तहसील दिवस की सार्थकता पर बल देते हुए कहा, “प्रशासन और जनता के बीच सीधा संवाद ही शासन की मंशा है।” उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से प्रशासन को जमीनी समस्याएं पता चलती हैं और जनता को समाधान की सीधी राह।
प्रशासनिक उपस्थिति रही प्रभावशाली
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी एसएल सेमवाल, सीएमओ डॉ. बीएस रावत, डीएफओ निधि सेमवाल, एसडीएम मुकेश चंद्र रमोला, मुख्य शिक्षा अधिकारी अमित कोटियाल, नगर पालिका अध्यक्ष बिहारी लाल, पूर्व विधायक मालचंद, ईई लोनिवि बलराम, पीएमजीएसवाई राजकुमार, जल संस्थान देवराज तोमर, सिंचाई विभाग पन्ना लाल, थानाध्यक्ष मोहन कठैत, और समाज कल्याण अधिकारी सुनील रावत सहित तमाम विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
👉 Meru Raibar का मानना है कि जनसुनवाई सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि जमीनी बदलाव की शुरुआत है। ऐसी पहलों से जनता और शासन के बीच भरोसे की मजबूत नींव तैयार होती है।
