चकराता। चकराता में रविवार सुबह से ही पयर्टकों का जमवाडा लगना शुरू हो गया था। रविवार को पूरा चकराता क्षेत्र पर्यटकों से अटा पड़ा रहा, जिससे सभी मार्गों पर लंबा जाम लगा रहा।
शनिवार को चकराता व क्षेत्र की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई थी। जिसे देखने के लिए शनिवार दोपहर से ही पर्यटकों का तांता लगना शुरू हो गया था। शनिवार देर रात तक पर्यटक चकराता पहुंचते रहे। शाम होते होते क्षेत्र के होटल पूरी तरह से पैक हो गये। होटलों में कहीं पर्यटकों को जगह नहीं मिली, जिससे कई पर्यटकों को वापस लौटने पर मजबूर होना पड़ा।
वहीं कई पर्यटक सर्दी के बीच अपने वाहनों में सोए रहे और सुबह होने का इंतजार करते रहे। वहीं बड़ी संख्या में वापस लौटे पर्यटक विकासनगर व आसपास के क्षेत्रों में ठहरने चले गये। जहां से रविवार सुबह को उन्होंने चकराता पहुंचना शुरू किया। रविवार सुबह से एक बार फिर पर्यटकों ने चकराता का रुख किया। बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने से कालसी से लेकर चकराता तक और चकराता-त्यूणी, चकराता-मसूरी मार्गों पर भी पर्यटकों के वाहन कई किलोमीटर लंबे जाम में फंसे रहे। जाम लगने से पुलिस और राजस्व पुलिस के पसीने निकल गए। चकराता से कालसी की डेढ़ घंटे की दूरी तय करने में 4 से 5 घंटे का समय लगा। बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने से स्थानीय व्यापारियों व होटल रेस्टोरेंट व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे। पर्यटकों ने बर्फ में खेल का खूब आनंद उठाया और बर्फ से लदे चांदी से पहाड़ों के विहंगम दृश्यों को अपने कैमरों और मोबाइल में कैद किया।