देहरादून। निदेशक यातायात मुख्तार मोहसीन द्वारा समस्त जनपदों के पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपाधीक्षक यातायात व यातायात निरीक्षक के साथ राज्य की यातायात व्यवस्था संबंधी विषयों पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की गई। जिसमें सभी जनपदों की यातायात व्यवस्था ,प्रवर्तन की कार्यवाही एवं यातायात जागरुकता पर किये गये कार्यों का मूल्यांकन किया गया। प्रवर्तन की कार्रवाई मैं क्वालिटी चालान पर विशेष ध्यान दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित सड़क सुरक्षा समिति के सुधार के लिए निर्धारित 06 बिन्दुओं (रेड लाईट/तेज रफ्तार/ओवरलोडिंग/मालवाहक में सवारी ले जाना/वाहन चलाते समय मोबाईल का प्रयोग/नशे में वाहन चलाना) पर प्रभावी तरीके प्रवर्तन की कार्यवाही किये जाने की आवश्यकता है। क्योंकि सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं इन्ही कारणों से होती है। वर्ष 2022 में जनवरी से जून तक कुल चालान 12816 किये गये है जिसमें 3130 लोगों के डीएल निरस्तीकरण हेतु भेजे गये हैं जिसको और बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।
यातायात संबंधी उपकरणों का सदुपयोग किया जाए। यातायात प्रवर्तन की कार्यवाही के लिए यातायात के उपकरण एल्कोमीटर, स्पीडरडार गन का प्रयोग किया जाए ताकि इनका अधिक से अधिक प्रयोग करने से नशे में वाहन चलानें वालों एवं तेज रफ्तार चलाने वाले वाहन चालकों के विरुद्व प्रभावी कार्यवाही की जा सके। राज्य में सड़क राजमार्गों में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में प्रभावी कमी लाने के साथ ही अपराधों पर नियंत्रण हेतु अतिरिक्त व्यवस्था किये जाने की आवश्यकता के दृष्टिगत नियमित पैट्रोलिंग के उद्देश्य से हाईवे पैट्रोल कार संचालित की गई। मौजूदा समय में 14 वाहनों के द्वारा चालान की कार्यवाही की जा रही है । वर्ष 2022 में माह जनवरी से जून तक इनके द्वारा अब तक 4555 चालान किये गये है और 68 स्थानों पर दुर्घटना राहत बचाव कार्य किये गये है। 232 स्थानों पर जाम/अतिक्रमण की समस्या का निराकरण करने के साथ-साथ 197 अपराध रोकथाम सम्बन्धि कार्य किये गये है। जनपदों को निर्देश दिये गये कि लगातार अपने क्षेत्र में पेट्रोलिंग पर रहे और सड़क सुरक्षा सम्बन्धी समस्याओं जैसे क्रैश बैरियर की सुरक्षा करना या कोई क्रैश बैरियर खराब हालत में है तो सम्बन्धित विभाग को इसके विषय में समय से सूचना प्राप्त करायेंगे। इसके साथ ही सड़कों पर अगर कोई पेड़ गिर गया है या कहीं पर सड़क पर गड्ढा बन गया है जिससे सड़क दुर्घटना की सम्भावना हो। इसके निराकरण हेतु सम्बन्धित विभाग से सम्पर्क कर या पत्राचार कर यातायात सम्बन्धी समस्याओं का निराकरण कराया जाए। वाहन टोईंग की कार्यवाही में पूर्व की अपेक्षा सुधार हुआ है। इसमें और बेहतर तरीके से कार्य किये जाने की आवश्यकता है। वर्ष 2022 में माह जनवरी से जून तक 1555 वाहनों को टो किया गया एवं सभी 1555 वाहनों का चालान किया गया। नो-पार्किंग में टोईंग की प्रभावी कार्यवाही करने के परिणाम स्वरुप नो-पार्किंग में वाहन लगाने वालों में कमी आयेगी। राज्य में कुल 54 बोटलनेक प्वाईंट है। इन स्थानों पर लघुकालिक उपाय के तौर पर यातायात कर्मी लगाया जाए क्योंकि यातायात कर्मी सड़क के सभी पहलुओं से परिचित होता है और यातायात के संचालन में निपुण होता है । इसके साथ ही यातायात कर्मी अगर बोटलनेक वाले स्थानों पर ड्यूटी पर रहेंगे तो वह बोटलनेक के सुधार हेतु काफी अच्छे सुधारीकरण बिन्दुओं से भी अवगत करा सकते है। बोटलनेक के दीर्घकालिक सुधार हेतु सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित अन्य सभी विभागों से लगातार पत्राचार करते रहें ।