देहरादून। देहरादून में एक झोलाछाप डॉक्टर ने अपनी दुकान में काम करने वाली महिला की दो मासूम बच्चियों को हवस का शिकार बना लिया। सात और तीन साल की दोनों बहनें आरोपी के कमरे में बेहोश मिलीं। बच्चियों की मां ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
घटना पटेलनगर में रविवार को हुई। एक महिला ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वह अपनी बेटियों के साथ पहले माजरा में रहती थी। एक बेटी सात और दूसरी तीन साल की है। लेकिन, वहां किराया ज्यादा था और आमदनी कम। ऐसे में उसकी सहेली ने उसे कहा कि वह उसे नौकरी दिलवा सकती है। अपने वायदे अनुसार सहेली ने उसे पथरी बाग में केमिस्ट की दुकान वाले भारत भूषण के यहां पांच हजार रुपये महीने की नौकरी दिला दी। इसके बाद वह वहीं रहने भी लगी। वह दुकान और उसके घर में भी काम कर रही थी। महिला के अनुसार रविवार दोपहर को वह अपनी बहन के साथ डोईवाला जा रही थी। इसलिए वह दोनों बच्चियों को भारतभूषण के पास छोड़कर गई थी। दोपहर बाद वह डोईवाला से लौटी तो देखा कि दोनों बेटियां भारत भूषण के कमरे में बेहोश पड़ी थीं। उनके कपड़े भी इधर-उधर पड़े थे। कुछ देर बाद जब बड़ी बेटी होश में आई तो उसने बताया कि भारत भूषण ने दोनों को पीने के लिए दूध दिया था, जिसके बाद दोनों बेहोश हो गईं।
दोनों बच्चियों को महिला अस्पताल ले गई। वहां पता चला कि उसके साथ गलत काम हुआ है। महिला की शिकायत पर पटेलनगर कोतवाली में भारत भूषण के खिलाफ दुष्कर्म और पोक्सो का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। एसएसआई पटेलनगर भुवन पुजारी ने बताया कि आरोपी भारत भूषण को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी भारत भूषण को सभी डॉक्टर कहते थे। महिला उसकी दुकान पर काम करने के साथ-साथ उसके घर में भी काम करती थी। पुलिस शुरुआत में उसके बारे में जांच कर रही थी कि वह वास्तव में डॉक्टर है या नहीं। जब पूछताछ हुई तो उसने बताया कि वह केवल 11वीं पास है। खुद को उसने आयुर्वेद का जानकार भी बताया। आरोपी भारत भूषण का एक मकान सरस्वती विहार में भी है। उस मकान में उसकी बेटी और पत्नी रहती हैं। जबकि, वह पथरीबाग के मकान में अकेला रहता था।