एक बच्चा माँ के जिगर का टुकड़ा होता है जिसे 9 महीने तक मां ने अपने गर्भ में धारण किया हो, अगर कोई उसे छीन ले तो उस माँ पर क्या बीतेगी ?
उसका तो जीवन ही बेकार हो जाता है
ऐसे ही एक मामले में जब पति पत्नी के बीच नहीं बनी तो पति ने न सिर्फ पत्नी को घर से निकाल दिया बल्कि उसे उसके 2 साल के बच्चे को भी उससे दूर कर दिया ।
कहते हैं कि एक महिला ही महिला के दर्द को समझ सकती है ऐसे ही मामले में जब रायवाला निवासी पीड़ित खुशबू शर्मा डीएम देहरादून श्रीमती सोनिका के पास पहुंची तो महिला डीएम ने महिला के पीड़ा को समझते हुए तत्काल कार्यवाही करते हुए उसके बच्चे को वापस दिलाया
डीएम देहरादून के ऑफिस मे हमेशा की तरह जनसुनवाई चल रही थी इसी दौरान गोद में एक बच्चा ले हुए एक महिला ने डीएम देहरादून श्रीमती सोनिका को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका धन्यवाद और आभार व्यक्त किया
दरअसल यह महिला हरिपुर कला रायवाला निवासी खुशबू शर्मा है जिसे इसके पति ने 5 फरवरी को घर से निकाल दिया था और उसके 2 साल के बच्चे को भी माँ से दूर कर जबरन अपने ही साथ रखा था। खुशबू का ससुराल उत्तरप्रदेश मे है । मामला रायवाला थाने मे पहुचा ।
खुसबु द्वारा पुलिस काउंसलिंग मैं बार-बार बच्चे को वापस दिलाने की मांग की गई लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई इसके बाद खुशबू शर्मा महिला डीएम देहरादून की जनसुनवाई में पहुंची और कोर्ट की कार्यवाही से पूर्व बच्चे की सुपुर्दगी की मांग की गई पिछले सप्ताह जब डीएम सोनिका के सामने यह मामला आया तो उसने संबंधित विभागों को डीएम के स्तर से पत्राचार करने के लिए कहा। इसी कड़ी में 28 मार्च को देहरादून के संबंधित विभागों ने दूसरे उत्तर प्रदेश के समाबंधित विभाग से पत्राचार कर आपस में समन्यवय बनाते हुए खुशबू शर्मा को उसका बच्चा वापस दिला दिया जिसके बाद इस महिला ने डीएम का आभार जताया