देहरादून। राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में यूटीडीबी द्वारा “हील विद व्हील्स” साइकिल रैली का आयोजन रविवार 8 नवम्बर को 6ः00 बजे किया जा रहा है। साइकिल रैली को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, सीएम आवास से हरी झण्डी देकर रवाना करेंगे। यह रैली सीएम आवास से प्रारंभ होकर किमारी, बसागथ मार्ग से होकर जाॅर्ज एवरेस्ट पर पहुंचेगी। साइकिल रैली के लिए 260 राइडर्स ने आॅनलाईन पंजीकरण कराया है, जिसमें 247 पुरूष 13 महिला प्रतियोगी पंजीकृत हैं। विजेताओं को पुरूष व महिला वर्ग में प्रथम, द्वितीय व तृतीय क्रमशः 10000, 7500 व 5000 की धनराशि दी जायेगी। उक्त आयोजन को कोविड के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए, साइकिल राइडर्स 10 के ग्रुप में आगे बढ़ेंगे। साइकिल रैली को पुलिस विभाग का भी ग्रुप रैली के सुचारू रूप से चलने के लिए सड़क सुरक्षा और यातायात की निगरानी करेगा। प्रतिभागियों की सुरक्षा व सुविधा के लिए 108 एम्बुलेंस सहित चिकित्सा दल व आवश्यक औषधि की भी व्यवस्था की गई है।
पर्यटन सचिव ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि जाॅर्ज एवरेस्ट इस्टेट में हाॅट बैलून फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। पर्यटक बैलून फेस्टिवल से हिमालय व्यू के दर्शन व मसूरी से देहरादून के दर्शन कर सकते हैं। कोविड काल में पर्यटन सुरक्षित है ये ही संदेश इस इवेंट के माध्यम से देना चाहते हैं स्थानीय पर्यटक अधिक से अधिक आकर इस फेस्टिवल को सफल बनायें। उन्होंने कहा कि यूटीडीबी द्वारा जाॅर्ज एवरेस्ट इस्टेट के सौन्दर्यीकरण के लिए एडीबी प्रोजेक्ट के तहत 27 करोड़ व्यय किया जा रहा है।
पर्यटन सचिव ने कहा कि यूटीडीबी द्वारा मैजिस्टीक उत्तराखण्ड फोटो प्रदर्शनी उत्तरा म्यूजियम आॅफ कन्टेन्पर्री आर्ट एमडीडीए काॅम्पलैक्स घंटाघर में आयोजित की जा रही है। यह प्रदर्शनी तीन दिवसीय आयोजित की जा रही है जो 8 नवम्बर से 10 नवम्बर तक रहेगी। फोटो प्रदर्शनी में उत्तराखण्ड के फोटोग्राफरों द्वारा खींचे गये पर्यटन के आलौकिक सौन्दर्य से परिपूर्ण फोटाग्राफी को इस आर्ट गैलरी में प्रदर्शित किया जायेगा। इस फोटो प्रदर्शनी में अनूप शाह, अविनाश जोशी, भूमेश भारती, तिहरीश कपूर और त्रिभूवन चैहान द्वारा खींची गयी फोटोग्राफ होंगे। पर्यटन सचिव ने कहा कि केदारनाथ धाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है जिस को साकार करने के उद्देश्य से राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का विकास और मजबूती इस उद्देश्य की कुंजी है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा साथ ही पर्यटन अवसंरचना के निर्माण से और अधिक श्रद्धालु इस गंतव्य की ओर आकर्षित होंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
पर्यटन सचिव ने कहा कि ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर होम-स्टे योजना के अन्तर्गत उत्तरकाशी और टिहरी गांव के सौन्दर्यकरण के लिए पहले चरण में काम शुरू हो गया है। ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर होम-स्टे अनुदान योजना के अन्तर्गत स्थानीय जिलाधिकारी द्वारा पांच लाभार्थियों को चयनित किया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में देश के विभिन्न स्थानों से वापस लौटे बेरोजगारों के लिए स्वरोजगार प्रदान करने का स्वर्णीम अवसर प्रदान करेगी। राज्य में ट्रैकिंग के उद्देश्य से आने वाले पर्यटकों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए राज्य की ग्रामीण एवं स्थानीय अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। राज्य में मौजूद सैकड़ों ट्रैकिंग मार्गों पर स्थित अनेकों गांवों के लोग इस योजना से लाभांवित हो सकेंगे। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि राजकीय सहायता के रूप में नए कक्षों के निर्माण हेतु प्रतिकक्ष 60 हजार रूपये की धनराशि सुविधा के साथ तथा पूर्व से निर्मित कक्षों के साज-सज्जा हेतु 25 हजार रूपये प्रतिकक्ष अधिकतम 6 कक्षों तक के लिए आवेदनकर्ता को आवश्यक देयकों के मूल्यांकन के उपरान्त किया जा रहा है। पर्यटन सचिव ने कहा कि शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु औली में शीतकालीन क्रीड़ा व योग महोत्सव एवं राष्ट्रीय स्तर की माउन्टेन साइकिल एमटीबी आदि इवेंट को आयोजित किये जाने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रेस वार्ता के दौरान पर्यटन निदेशक प्रशांत कुमार आर्य, संयुक्त निदेशक पूनम चांद व विवेक चैहान उपनिदेशक योगेन्द्र कुमार गंगवार, सीमा शर्मा सहित यूडीबी के अधिकारी व कर्मचारी मौजदू रहे।