जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा 15वें वित्त आयोग के अंन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 हेतु जनपद को प्राप्त होने वाले स्वास्थ्य अनुदान के क्रम में कार्ययोजना बनाये जाने हेतु कलक्ट्रेट स्थित एनआईसी सभागार में जिला स्तरीय कार्य योजना समिति की बैठक ली गयी! ।
जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कार्यदायी संस्था के माध्यम से तत्काल स्वास्थ्य उपकेन्द्र चिंवा में निर्माण कार्य संपादित करवाने हेतु निर्देश दिये गये । मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बैठक में जानकारी दी गई कि स्वास्थ्य उपकेन्द्र जसपुर व चिन्यालीसौड़ में उपकेन्द्र भवन नहीं है, जिस हेतु वित्तीय वर्ष 2022-23 में राज्य स्तर को भवन निर्माण के साथ-साथ अन्य प्रस्ताव भेजने की कार्यवाही गतिमान है।
बैठक में आगामी 18 अप्रैल से 23 अप्रैल तक आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम को लेकर भी विस्तृत चर्चा हुई तथा जिलाधिकारी द्वारा सम्बधित विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये! जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य, बाल विकास, शिक्षा आदि सभी सम्बन्धित विभाग आपसी समन्वय बनाकर कार्य करते हुए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम को सफल बनाये! उन्होंने निर्देश दिये कि दवा के सेवन हेतु सभी निर्धारित स्थलों पर स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था रखी जाय! जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि बोर्ड परीक्षा दे रहे बच्चों को परीक्षाओं की समाप्ति के बाद ही एलबेण्डाजॉल दवा खिलायी जाय! उन्होंने कहा कि यदि बच्चा बीमार हो चिकित्सक की सलाह पर ही एलबेण्डाजॉल दवा खिलायी जाय!
सीएमओ ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत तहत 18 एवं 19 अप्रैल को जनपद के समस्त सरकारी/निजी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में 01 से 02 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को पेट के कीड़ो की दवा एलबेण्डाजाॅल की आधा गोली पीसकर, 02 से 03 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों को एक गोली पीसकर एवं 03 से 19 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों को एक गोली चबाकर खिलाई जायेगी l उक्त दिवसों में एलबेण्डाजाॅल की गोली खाने से वंचित बच्चों को 20 से 23 अप्रैल तक आशा कार्यकत्रियों के सहयोग से आंगनबाड़ी कार्यकत्री घर-घर जाकर एलबेण्डाजाॅल की गोली खिलायेंगी। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की विस्तृत जानकारी डाॅ0 शैलेन्द्र बिजल्वाण द्वारा पावर प्रोन्टेशन के माध्यम से दी गई। डाॅ0 बिजल्वाण द्वारा जानकारी दी गई कि जनपद में 01 से 19 वर्ष आयु वर्ग तक के कुल एक लाख 9 हजार बच्चों को एलबेण्डाजाॅल की दवा खिलाये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।