उत्तरकाशी
कोरोना covid 19 के बढ़ते मामलो के बाद सरकार द्वारा जारी SOP के पालन में सभी जिलो के बॉर्डर पर एक वर्ष पूर्व 23 मार्च वाली स्थिति से लोगो में बैचनी देखी जा सकती है |
उत्तरकाशी जिले के सभी प्रवेश पॉइंट्स नगुणगाड, डामटा, देविसौड़ और धौंतरी सभी पर बैरियर और चेक पोस्ट में टेस्टिंग मशीन के साथ स्वास्थ्य विभाग, राजस्व और पुलिस कि टुकड़ी के साथ कोरोना का सामना करने के लिए तैयार हो गया है | उत्तरकाशी डीएम मयूर dixit ने बताया कि जिन राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे है वहा से आने वाले सभी लोगो को 72 घंटे पूर्व कि जाँच अथवा RTPCR जाँच के बाद ही प्रवेश दिया जा सकेगा| इसके अलावा रैंडम कोरोना जांच भी बढाई जाएगी ताकि अधिक से लोगो कि जाँच की जा सके | इस दौरान साथ ही साथ अधिक से अधिक लोगो को covid वैक्सीन भी लगायी जा रही है| उन्होंने कहा कि टीका लगने के बाद एक निश्चित अवधि तक कोरोना होने की सम्भावना बनी रहती है इसलिए वैक्सीन लगने के बाद भी मास्क और सोसल डिस्टेंस में कोई रियायत नहीं दी जाएगी |
उत्तरकाशी के नगुण बॉर्डर की जिमीदारी संभल रहे sdm आकाश जोशी ने बताया कि बॉर्डर पर 5 लोगो की टीम प्रति 8 घंटे की ड्यूटी लगायी गयी हैं | मौके पर तीन तरह की जाँच उपलब्ध रहेगी जिसमे एंटीजिन और RTPCR मौके पर जबकि ट्रू नेट पास के स्वस्थ्य केंद्र में मौजूद रहेगी | मौके पर मौजूद स्वस्थ्य अधिकारी के विवेक से जाँच की जायेगीं और उसी अनुरूप आवागमन होगा |
यात्रा सीजन को लेकर असमंजस
कोरोना वैक्सीन लगने के बाद से लोगो में कोरोना का भय काफी कम हो गया था और लोग सावधानियो के प्रति लापरवाह हो गए थे | हरिद्वार के महा कुम्भ जैसे आयोजन के बीच कोरोना के बढ़ते मामलो ने चार धाम यात्रा पर दुसरे वर्ष भी ग्रहण लगा दिया है | उत्तरकाशी व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष सुभास बडोनी ने बताया कि स्कूल – कॉलेज बंद होने से बाजार में किताब कॉपी बिकनी बंद हो गयी है और अब अप्रैल के महीने में चार धाम यात्रियों ने होटल की बुकिंग भी निरस्त करनी सुरु कर दी है ऐसे में बाजार और व्यापार में मंदी का दौर सुरु हो गया है |
क्या कहते है जानकार
करीब 100 वर्ष के अंतराल में होने वाली ऐसी महामारी को संचालित करने की कोई सटीक जानकारी नही होने से ही ऐसी स्थित बन रही है | लौकडाउन की सम्भंवना से तो अभी इनकार किया जा रहा है किन्तु हरिद्वार कुंभ मेले के लिए लोगो का दल एक बार घर से निकल गया तो इस भीड़ को आधे रास्ते में नियंत्रित करना बेहद मुस्किल हो सकता है, चाहे कितनी ही बड़ी पुलिस फ़ौज खाड़ी कर दी जाय , लिहाजा ऐसी कोसिस की जा सकती है कि लोग कम से कम अथवा बेहद जरूरतमंद लोग ही घर से बहार निकले | एक बार बैसाखी का कुम्भ स्नान निपट गया तो सरकार कुछ रहत की साँस ले सकती है | kumbh इस बार सिर्फ एक महीने का है और चार धाम यात्रा 14 मई के बाद सुरु होगी ऐसे में बहले ही एडवांस होटल बुकिंग निरस्त हो जाय पर मौके की नजाकत को देखते हुए यात्रा को सीमित संख्या में तो चलाया ही जा सकता है |