जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित ने कृषि अवसंरचना निधि की परामर्शदात्री समिति एवं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि व प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजनाओं की गहन समीक्षा की।
एनआईसी कक्ष में जिलाधिकारी ने बैठक लेते हुए अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने किसान व बागवानों की आर्थिकी मजबूत करने के लिए नकदी फसलों पर जोर देने की बात कही। जिले में फसलवार मॉडल विलेज बनाने के लिए कार्य करने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए। कहा कि जिले में दलहन व नकदी सब्जियों का उत्पादन बढ़ाकर किसानों को बाजार उपलब्ध कराने के लिये अभिनव प्रयास किए जाय।मटर,टमाटर,मंडवा,सोयाबीन,राजमा आदि फसलों की खेती को बढ़ावा दिया जाय। जिस क्षेत्र में जिस फसल की अच्छी पैदावार होती है वहां किसानों को उन्नत किस्म का बीज इत्यादि प्रदान किया जाय। ताकि फसलों की पैदावार को बढ़ाया जा सकें। यमुनाघाटी के अतिरिक्त गंगा घाटी हर्षिल में भी सेब बागवानों को ग्रेडिंग हेतु पैक हाउस का निर्माण व मशीनरी स्थापित की जाय। ताकि गंगा घाटी के सेब बागवानों को भी इसका लाभ मिल सकें।
बैठक में सीडीओ गौरव कुमार,परियोजना निदेशक संजय सिंह,मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ रजनीश, मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल भंडारी,एलडीएम व डीडीएम नावार्ड सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।